महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के रेस में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे सबसे आगे है। हालांकि नतीजे आने के चार दिन बाद भी अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है। गठबंधन के नेताओं का कहना है कि वे मिलकर मुख्यमंत्री का नाम तय करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल कर लिया है। लेकिन इससे कार्यवाहक सीएम शिंदे खफा हो गए है, इसलिए बीजेपी इसकी घोषणा नहीं कर रही है। हालांकि अजित पवार की एनसीपी ने भी फडणवीस को सीएम बनाये जाने का समर्थन किया है।
इस बीच, खबर आ रही है कि शिवसेना ने मांग की है कि अगर एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता है तो उन्हें (शिंदे गुट) गृह मंत्रालय समेत अन्य महत्वपूर्ण विभाग दिए जाने चाहिए। बीती रात शिवसेना नेताओं ने देवेंद्र फडणवीस के बंगले पर जाकर उनसे मुलाकात की। शिंदे सरकार में गृह विभाग फडणवीस के पास था।
रिपोर्ट्स की मानें तो एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने नई सरकार में गृह विभाग समेत अन्य अहम मंत्रालय मांगे है। बीजेपी जल्द ही राज्य में पर्यवेक्षक भेजेगी और जीते विधायकों से बात कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान के बीच केंद्रीय मंत्री और आरपीआई (अठावले) प्रमुख रामदास अठावले ने कहा, बीजेपी हाईकमान ने देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगा दी है, लेकिन इससे एकनाथ शिंदे नाराज हैं और उनकी नाराजगी दूर करने की आवश्यकता है।
दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए अठावले ने कहा, “बीजेपी के पास इतनी सीटें हैं कि वह सीएम पद से समझौता नहीं करेगी। मुझे लगता है कि एकनाथ शिंदे को दो कदम पीछे आना चाहिए, जैसे देवेंद्र फडणवीस 2022 में 4 कदम पीछे आये थे। उन्होंने उनके नेतृत्व में काम किया। एकनाथ शिंदे को उपमुख्यमंत्री या केंद्रीय मंत्री बनना चाहिए। यदि उनके लिए उपमुख्यमंत्री बनना ठीक नहीं है तो मेरा सुझाव है कि उन्हें केंद्र में आना चाहिए… पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस बारे में जरूर सोचेंगे और जल्दी से कुछ फैसले लिए जाने चाहिए…”
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