सीएम शिंदे के नेतृत्व में पार्टी कार्यकारिणी की बैठक दक्षिण मुंबई के ताज प्रेसिडेंट होटल में हुई। इसमें शिंदे को प्रमुख नेता तो सिद्धेश कदम को पार्टी का सचिव बनाया गया। सिद्धेश पूर्व मंत्री व कोंकण के दिग्गज नेताओं में शुमार रामदास कदम के बेटे हैं।
महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बैठक हुई। एकनाथ शिंदे हमारी शिवसेना पार्टी के प्रमुख होंगे। हम उन्हें शिवसेना के नेता के रूप में स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा, पार्टी के खिलाफ बोलने वालों के लिए दादा भुसे के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई है। जो ऐसे नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
बीते हफ्ते चुनाव आयोग ने सीएम शिंदे नीत गुट को ही असली शिवसेना के तौर पर मान्यता दी। आयोग ने पार्टी का नाम व चुनाव चिन्ह धनुष-बाण शिंदे गुट को सौंप दिया। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जिस पर बुधवार को सुनवाई होगी।
वहीं, शिंदे समर्थक कैबिनेट मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि हम लालची नहीं हैं। पार्टी के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के सिद्धांतों-विचारों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। शिवसेना भवन (पार्टी मुख्यालय) या ठाकरे गुट से जुड़ी किसी भी प्रॉपर्टी पर हम दावा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं।
इसके साथ ही कृषि मंत्री दादा भुसे के नेतृत्व में अनुशासन समिति गठित की गई है। सामंत ने बताया कि बैठक में गठबंधन सरकार के छह महीने के कामकाज की समीक्षा की गई। पार्टी की ओर से चर्चगेट स्टेशन को पूर्व मंत्री चिंतामणराव देशमुख का नाम देने, सभी परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को 80 प्रतिशत रोजगार देने, स्वातंत्र्यवीर सावरकर को भारत रत्न सम्मान, मराठी को कुलीन भाषा का दर्जा देने जैसी कई मांगे रखी गई हैं।