महाराष्ट्र बीजेपी के दिग्गज नेता व मुख्यमंत्री रह चुके देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘मैंने कल उद्धव ठाकरे को वंशवादी कहा तो वह नाखुश हो गए… उन्होंने पहले सीएम एकनाथ शिंदे के पोते के बारे में बात की, अब कल उन्होंने मेरी पत्नी के बारे में बोला। उद्धव ठाकरे मैं शीशे के घर में नहीं रहता। आप रहते हैं। जो लोग शीशे के घरों में रहते हैं उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं मारना चाहिए। मैं आपको चुनौती देता हूं, अगर आपके पास मेरे परिवार या मेरे खिलाफ कुछ भी है, तो उसे साबित करिए।”
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महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम व गृहमंत्री फडणवीस ने कहा, “देवेंद्र फडणवीस दूसरे के मामलों में दखल नहीं देता है, और अगर देता है तो उसे बीच में नहीं छोड़ता है।” इस दौरान बीजेपी नेता ने एक और बॉलीवुड गाने की लाइन बोली- ‘सभी करते हैं रासलीला, मैं करूं तो करैक्टर ढीला…।’ उन्होंने कहा “मैंने पटना में हुई विपक्ष की बैठक को परिवारवादी दलों की बैठक कहा तो आपने (ठाकरे) मेरी पत्नी पर टिप्पणी कर दी। मैं शीशे के घर में नहीं रहता…. मेरा जीवन एक खुली किताब है।”
फडणवीस ने शुक्रवार को कहा था कि विपक्षी दल केवल अपना वंश बचाने के लिए एक साथ आ रहे हैं। उन्होंने ठाकरे को अपने परिवार की संपत्तियों का ब्योरा सार्वजनिक करने की खुली चुनौती दी है।
इससे पहले, पटना में विपक्षी दलों की बैठक में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बगल में बैठने को लेकर उद्धव ठाकरे बीजेपी के निशाने पर आ गए। हालांकि शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया। उन्होंने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है।
इस दौरान ठाकरे ने कहा, “मैं अपने परिवार को लेकर बहुत संवेदनशील हूं। इतने निचले स्तर पर मत गिरो। आपका (फडणवीस) भी एक परिवार है, और आपके परिवार को लेकर व्हाट्सएप चैट सबके सामने हैं।”
दरअसल ठाकरे फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस और कथित सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी और उनकी बेटी अनिक्षा के साथ हुई बातचीत का जिक्र कर रहे थे। यह चैट अमृता फडणवीस (Amruta Fadnavis) से रिश्वत और जबरन वसूली की कथित मांग से संबंधित मामले में जयसिंघानी, अनिक्षा और चचेरे भाई निर्मल के खिलाफ दायर आरोप पत्र का हिस्सा हैं।
हालांकि ठाकरे पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने कहा कि वह, उनका परिवार और बीजेपी एक खुली किताब की तरह हैं। उन्होंने कहा, व्हाट्सएप चैट को एक मकसद के साथ आरोपपत्र में शामिल किया गया था। उधर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने फडणवीस का पक्ष लेते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि परिवार के सदस्यों को राजनीति में घसीटा जा रहा है।