ज्ञात हो कि वर्धा जिले के समुद्रपूर तहसील के साखरा गांव में अपने दो छोटे बच्चों को जहर देने वाले पिता का शव एक खेत में मिला है। संदेह है कि उसने जहर पीकर आत्महत्या की है। मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें आर्थिक तंगी के कारण बच्चों की हत्या और फिर आत्महत्या का उल्लेख किया गया है।
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वहीं वरोरा शहर के पास बोरदा गांव में संजय कांबले नामक शख्स ने अपने दो छोटे बच्चों को जहर देकर मार डाला है। मृतक बच्चों की पहचान सुमित (7) और मिष्टी (3) के रूप में हुई है। गिरड व वरोरा पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि संजय श्रीराम कांबले (30) एक शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। कोरोना काल से उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ने के कारण स्कूल भी नहीं जा रहे थे। मृतक की पत्नी कॉलेज में संविदा पर काम करती है। लेकिन संजय ने अपने दो बच्चों सुमित और मिस्टी को उनके आवास पर जहर देकर मार डाला। फिर उन्होंने आत्महत्या कर ली। बच्चों की मां के घर आने के बाद जब दरवाजा खोला तो दोनों बच्चे बिस्तर पर पड़े थे।
मां ने तत्काल बच्चों को हिलाकर देखा और चीखने-चिल्लाने लगी। जिसकी आवाज सुनकर पड़ोसी वहां पहुंचे और दोनों बच्चों को तुरंत उपजिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तब तक दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, बच्चों की मौत जहर और गला घोंटने के कारण हुई है। बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।