जानकारी के मुताबिक, पीड़ित अधिकारी बीएमसी में सब-इंजीनियर है। जिन्होंने पिछले सप्ताह मुंबई के बांद्रा-पूर्व के निर्मल नगर (Nirmal Nagar Bandra) में स्थित उद्धव गुट की अवैध शाखा को ध्वस्त कराया था। अनिल परब के साथ आए शिवसैनिकों ने दावा किया कि कार्यालय को गिराने से पहले कोई नोटिस तक नहीं दिया गया था। उद्धव गुट के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि शिवसेना (यूबीटी) गुट की शाखा को तोड़ने के के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज और शिवसेना सुप्रीमो बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) का अपमान किया गया।
असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर के सामने पीटा
इस हमले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उग्र कार्यकर्ता बांद्रा पूर्व स्थित बीएमसी वार्ड कार्यालय में दिख रहे है। इसमें परब और अन्य कार्यकर्ता संबंधित अधिकारियों को उनके हवाले करने की मांग करते नजर आ रहे हैं। जब एक अधिकारी आगे आया तो कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई शुरू कर दी।
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उन्होंने कहा कि कार्यालय को तोड़ने से पहले बार-बार अधिकारी से अनुरोध किया गया कि स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर व शिवाजी महाराज की मूर्ति को हटाने दिया जाये, लेकिन फिर भी कार्यालय ढहा दिया गया। हम बाल ठाकरे का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर के सामने पीटा
इस हमले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उग्र कार्यकर्ता बांद्रा पूर्व स्थित बीएमसी वार्ड कार्यालय में दिख रहे है। इसमें परब और अन्य कार्यकर्ता संबंधित अधिकारियों को उनके हवाले करने की मांग करते नजर आ रहे हैं। जब एक अधिकारी आगे आया तो कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई शुरू कर दी।
सोमवार सुबह उद्धव गुट के नेता अनिल परब के साथ पार्टी कार्यकर्ता एच-ईस्ट बीएमसी वार्ड कार्यालय गए थे। जहां असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर स्वप्नजा क्षीरसागर (Swapnaja Kshirsagar) के सामने उन्होंने अपना विरोध जताया और कथित तौर पर उनकी शाखा के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारी को बुलाने के लिए कहा। जैसे ही अधिकारी स्वप्नजा क्षीरसागर के चैंबर में घुसे, उद्धव सेना के कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई शुरू कर दी। इस बीच बीएमसी सुरक्षा गार्डों ने अधिकारी को बचाया।
बीएमसी के एक्शन पर परब ने उठाये सवाल
विधायक अनिल परब ने कहा, “बांद्रा वार्ड कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में कई अवैध संरचनाएं हैं। अगर प्रशासन को वे ढांचे नजर नहीं आते तो मैं उनका कॉलर पकड़ कर दिखाऊंगा।’ उन्होंने आरोप लगाया कि बांद्रा में कई तीन से चार मंजिला अवैध संरचनाएं हैं जो बीएमसी अधिकारियों को रिश्वत देने के बाद बनाई गई हैं।
परब ने शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए कहा, अगर एकनाथ शिंदे बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं, तो उन्होंने उस शाखा पर कार्रवाई का निर्देश कैसे दिया, जहां दीवारों पर बालासाहेब और शिवाजी महाराज की तस्वीरें थीं। यहां शिंदे गुट का भी कार्यालय है जो अवैध है। बीएमसी इसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?”
शिंदे गुट का पलटवार
जिस पर शिंदे गुट के प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने (Shital Mhatre) कहा, “ये दावे झूठे हैं। बाला साहेब के विचारों का अनादर करने वाले लोग मातोश्री में रह रहे हैं। सीएम रहते हुए उद्धव ठाकरे विधान परिषद में बाला साहेब की तस्वीर नहीं लगा सके। लेकिन हमारी सरकार ऐसा करेगी।” गुरुवार को मुंबई नगर निगम ने बांद्रा रेलवे स्टेशन के पूर्वी हिस्से में कुछ कथित अनधिकृत संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया। इसमें शिवसेना (यूबीटी) की शाखा भी थी। हालांकि उद्धव खेमे का दावा है कि यह शाखा 40 साल पुरानी थी।
BMC ने दर्ज कराया केस
बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ झुग्गियां, एक ऑटो रिक्शा यूनियन कार्यालय और दो पुस्तकालय ढहाये गये थे। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने बीएमसी ने व्यस्त रेलवे स्टेशन के बाहर वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए इन अस्थायी संरचनाओं को ध्वस्त करने का अनुरोध किया था। जिसके बाद तोड़क कार्रवाई की गई। बीएमसी ने सब इंजीनियर से मारपीट करने वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
शिंदे गुट का पलटवार
जिस पर शिंदे गुट के प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने (Shital Mhatre) कहा, “ये दावे झूठे हैं। बाला साहेब के विचारों का अनादर करने वाले लोग मातोश्री में रह रहे हैं। सीएम रहते हुए उद्धव ठाकरे विधान परिषद में बाला साहेब की तस्वीर नहीं लगा सके। लेकिन हमारी सरकार ऐसा करेगी।” गुरुवार को मुंबई नगर निगम ने बांद्रा रेलवे स्टेशन के पूर्वी हिस्से में कुछ कथित अनधिकृत संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया। इसमें शिवसेना (यूबीटी) की शाखा भी थी। हालांकि उद्धव खेमे का दावा है कि यह शाखा 40 साल पुरानी थी।
BMC ने दर्ज कराया केस
बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ झुग्गियां, एक ऑटो रिक्शा यूनियन कार्यालय और दो पुस्तकालय ढहाये गये थे। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस ने बीएमसी ने व्यस्त रेलवे स्टेशन के बाहर वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करने के लिए इन अस्थायी संरचनाओं को ध्वस्त करने का अनुरोध किया था। जिसके बाद तोड़क कार्रवाई की गई। बीएमसी ने सब इंजीनियर से मारपीट करने वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।