पूजा तडस ने कहा, “मैं इस तरह के दुर्व्यवहार, अपने बच्चे के डीएनए टेस्ट के नाम पर अपमान और अन्य प्रकार के उत्पीड़न से गुजर रही हूं… अगर एक सांसद के रूप में रामदास तडस अपनी ही बहू को न्याय नहीं दे सकते, तो समाज के लोगों के लिए वह क्या करेंगे? मैं चाहती हूं कि मेरी मदद के लिए प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप हो।”
बीजेपी सांसद ने आरोपों को नाकारा
हालांकि, बीजेपी सांसद रामदास तडस ने बहू के सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा, बेटे पंकज और उसकी पत्नी पूजा के साथ उनका कोई संबंध नहीं है, वे मेरे साथ नहीं रहते है। उन्होंने मुझे बताए बिना शादी की थी।
उन्होंने कहा, मेरे बेटे की शादी का मुद्दा बहुत पुराना है, लेकिन विपक्षी दल लोकसभा चुनाव में सियासी फायदे के लिए इसे अब जानबूझकर उठा रहे है। यह मेरी छवि खराब करने के लिए विपक्षी दलों की साजिश है।
लेकिन पूजा तडस ने ससुर के दावे को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि अगर वह अपने बेटे पंकज से संबंध नहीं रखते है तो वह अभी भी उनके घर में कैसे रह रहे हैं। जबकि मुझे छोटे बच्चे के साथ घर से बाहर निकाल दिया।
बेटा बोला- विपक्षी दलों की साजिश है
बीजेपी सांसद के बेटे पंकज तडस ने दावा किया कि उन्हें इस मामले में हनी-ट्रैप में फंसाया गया था और इससे जुड़ा आधा दर्जन मामला पुलिस और कोर्ट में लंबित हैं। जिसमें तलाक का मामला भी शामिल है। पंकज ने आरोप लगाया कि चुनाव से ठीक पहले उनके पिता को बदनाम करने के लिए विरोधी यह कर रहे है। ऐसे ही 2019 लोकसभा चुनाव से पहले भी किया गया था।
गौरतलब हो कि सांसद रामदास तडस बीजेपी के टिकट पर वर्धा से जीत की हैट्रिक लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। वह अपने संसदीय क्षेत्र में प्रचार में दमखम के साथ जुटे हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव से पहले उनकी बहू द्वारा लगाए गए आरोप उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं।