बीजेपी नेता नितेश राणे ने रविवार को अहमदनगर में सकल हिंदू समाज आंदोलन (Sakal Hindu Samaj Agitation) में हिस्सा लिया और पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले रामगिरी महाराज के प्रति अपना समर्थन जताया। आरोप है कि इसी कार्यक्रम में राणे ने विवादित भाषण दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर (Srirampur) और तोपखाना (Topkhana) पुलिस की सीमा में रविवार को आयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रमों में बीजेपी विधायक नितेश राणे ने कथित भड़काऊ भाषण दिया था। इसलिए राणे के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच चल रही है।
चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा की कोशिश- AIMIM
नितेश राणे के बयान को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव और एआईएमआईएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने बीजेपी को घेरा है। वारिस पठान ने कहा, “महाराष्ट्र में बीजेपी चुनाव के पहले सांप्रदायिक हिंसा कराने की कोशिश कर रही है। इसलिए अपने लोगों के जरिए मुसलमानों के ख़िलाफ नफरत फैला रही है। मुसलमानों को खुलेआम धमकियां दी जा रही है.. खुले मंच से कहा जा रहा है कि मस्जिद में घुस के चुन-चुन के मारेंगे। सरकार इन भड़काऊ भाषण देने वालों को हिरासत में क्यों नहीं लेती?”
रामगिरी महाराज से जुड़ा क्या है विवाद?
हाल में नासिक जिले में सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान रामगिरी महाराज ने कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद रामगिरी महाराज के खिलाफ मुंबई, ठाणे, नासिक और छत्रपति संभाजीनगर जिलों में मामला दर्ज किया गया। वहीँ, पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर रामगिरी महाराज के खिलाफ देश के कई हिस्सों में मुस्लिम समुदाय ने प्रदर्शन किये। रामगिरी महाराज का कहना है कि उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में यह बयान दिया था।