विपक्षी गठबंधन एमवीए के नेताओं ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी राज्य के हर निर्वाचन क्षेत्र से कम से कम 10000 वैध वोटरों का नाम हटा रही है और फर्जी नाम जोड़ रही है।
यह भी पढ़ें-महाराष्ट्र: MVA में सीट बंटवारे का नहीं बन पा रहा गणित, 9 घंटे चली बैठक, उद्धव-शरद पवार रहे मौजूद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र और झारखंड में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी हो रही हैं…उन्होंने हरियाणा में भी कोशिश की… हमने उन्हें लोकसभा में हराया और वे विधानसभा चुनाव में भी हार रहे हैं। वे चुनाव आयोग की मदद से मतदाता सूची में गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं।”
‘राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश’
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, “बीजेपी राज्य की लगभग 150 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है… वहां वे उन लोगों को ढूंढ रहे हैं जिन्होंने एमवीए को वोट दिया है और उनके नाम फर्जी मतदाताओं से बदले जा रहे हैं…ये हमारे लोकतंत्र में सबसे बड़ा घोटाला चुनाव आयोग की मदद से होने जा रहा है.. हम इस मुद्दे को देश के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाएंगे और लोगों को बताएंगे कि भारत में क्या हो रहा है… अमित शाह चुनाव के बाद भी महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। उद्धव ठाकरे ने आज दोपहर में विशेष बैठक बुलाई है और हम इस बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे।”नागपुर में हुआ BJP का प्रशिक्षण शिविर- राउत
संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने वोटर लिस्ट से वैध मतदाताओं के नाम हटवाने और फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल करवाने का तरीका बताने के लिए नागपुर में प्रशिक्षण शिविर करवाया। इससे पहले उन्होंने कहा, “हर विधानसभा क्षेत्र से कम से कम 10,000 वैध वोटरों के नाम हटाने की साजिश का पर्दाफाश हो चुका है। हम लोगों में जागरूकता फैलाएंगे और जरूरत पड़ने पर उन लोगों के साथ निर्वाचन कार्यालय तक विरोध मार्च निकालेंगे, जिनके नाम काटे गए हैं।”
जाति विशेष का नाम वोटर लिस्ट से काटा- कांग्रेस
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि विधानसभा चुनाव हारने के डर से वैध वोटरों के नाम हटवाए जा रहे हैं। अन्य राज्यों के फर्जी वोटरों के नाम शामिल किए जा रहे हैं। कुछ अधिकारी बीजेपी के साथ मिले हुए हैं। अगर चुनाव आयोग पारदर्शी तरीके से विधानसभा चुनाव नहीं करवाएगा, तो महाराष्ट्र की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन वोटरों के नाम काटे गए हैं, वे जाति विशेष और धर्म विशेष से जुड़े हुए हैं। हम इस मामले की चुनाव आयोग को विस्तृत जानकारी देंगे।इन क्षेत्रों में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप
वहीँ, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा “यह गंभीर मुद्दा है। बीजेपी ने एक सर्वेक्षण करने और अपने गैर-मतदाताओं को चिह्नित करने के लिए कहा है फिर उन्होंने एक विशेष एप्लिकेशन लाया और नामों को पूरी तरह से हटा दिया और नए नाम लाए…हम नें पाया है कि शिरडी, चंद्रपुर, अरवी, कैम्पटी, कोथरुड, गोंदिया, अकोला पूर्व, चिखली, नागपुर, कणकवली, खामगांव, चिमूर और धामनगांव रेलवे विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे हजारों वैध मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, जिन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों में वोट डाला था।“ महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।