नागपुर के सेमिनरी हिल्स में स्थित पोल्ट्री फार्म में अचानक इतनी सारी मुर्गियों की मौत क्यों हुई, इसका पता लगाने के लिए नमूने पुणे और भोपाल की प्रयोगशालाओं में जांच के लिए भेजे गए। रिपोर्ट सामने आने के बाद बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। अगले दिन पोल्ट्री फार्म में बची हुई मुर्गियों और उनके अंडों को नष्ट कर दिया गया।
4 मार्च को सैंपल की रिपोर्ट आई। इस रिपोर्ट में यह साबित हो गया कि मुर्गियां बर्ड फ्लू यानी एवियन इन्फ्लूएंजा से संक्रमित थीं। जिसके बाद संबंधित पोल्ट्री फार्म की 8,500 मुर्गियां मार दी गईं। न सिर्फ मुर्गियां बल्कि हैचरी सेंटर के हजारों अंडे और सैकड़ों किलो चारा भी नष्ट किया गया।
नियमानुसार संबंधित पोल्ट्री फार्म के एक किलोमीटर के क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र और दस किलोमीटर तक के क्षेत्र को निगरानी क्षेत्र घोषित कर दिया गया। रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) ने वैज्ञानिक तरीके से 8,500 से अधिक मुर्गियों, 16,700 अंडे और 400 किलोग्राम पक्षी चारा को नष्ट करके तेजी से कार्रवाई की।
स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है. जिले के सभी पशु चिकित्सा अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं. उन्हें पक्षियों की किसी भी असामान्य मौत की तुरंत रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है। अगले 21 दिनों तक बर्ड फ्लू के प्रसार की निगरानी की जाएगी। हालांकि नागपुर और उसके आसपास के अन्य फार्मों में एवियन इन्फ्लूएंजा की फिलहाल कोई रिपोर्ट नहीं आई है। स्वास्थ्य अधिकारी स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।