मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा, “…हमारा लक्ष्य महाराष्ट्र में एमवीए सरकार बनाना है और हम इस लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं… चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा महाराष्ट्र सरकार की लाडली बहन योजना को बंद कर दिया गया है क्योंकि राज्य सरकार के पास पैसा नहीं है। महाराष्ट्र की महिलाएं को सरकार से कोई पैसा नहीं मिलेगा, यह सब चुनाव से पहले बोला गया झूठ था…”
हालांकि महाराष्ट्र सरकार की तरफ से स्पष्ट कहा गया है कि लाडकी बहीण योजना बंद नहीं होगी। कई महिलाएं इस योजना का लाभ लेने का इंतजार कर रही हैं। दरअसल, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू हो गई है। इसके बाद कई लोगों के मन में सवाल उठने लगे कि लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) का अब क्या होगा? क्या यह योजना बंद कर दी जाएगी? इस संबंध में हाल ही में राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने बड़ी जानकारी दी।
तटकरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि लाडकी बहीण योजना को लेकर विरोधी झूठी खबरें फैला रहे हैं। उन्होंने कहा, 4 से 6 अक्टूबर 2024 के बीच प्रदेश की 2 करोड़ 34 लाख पात्र लाडली बहनों को अक्टूबर और नवंबर माह का लाभ दिया गया है। अब सभी पात्र महिलाओं को दिसंबर माह का पैसा दिसंबर महीने में हही दिया जाएगा। सभी लाभार्थी महिलाओं से निवेदन है कि वह इस योजना के बारे में किसी भी गलत जानकारी का शिकार न बनें!
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ महायुति सरकार ने 16 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान शिंदे सरकार ने अपने सवा दो साल के कार्यकाल के दौरान किए गए कामकाज का ‘रिपोर्ट कार्ड’ पेश किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लाडली बहना योजना (लाडकी बहीण योजना) को लेकर बड़ा बयान दिया। विपक्ष ने इस योजना की आलोचना करते हुए दावा किया कि चुनाव बाद इसे बंद कर दिया जाएगा।
इस पर बोलते हुए अजित पवार ने कहा है कि आगामी समय में लाडकी बहीण योजना की राशि को और बढ़ाया जाएगा। अभी इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत सरकार हर लाभार्थी महिला के बैंक खाते में 1500 रुपये प्रति माह जमा कर रही है। इस योजना में एक साल के लिए कुल 45 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। मैं महाराष्ट्र की सभी महिलाओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह योजना जारी रहेगी।
अजित पवार ने कहा, चुनाव आएंगे और जाएंगे लेकिन यह आपका पैसा आपका अधिकार है। हम भविष्य में इस योजना के पैसे और बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। हम भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह योजना लेकर आए हैं। यह योजनाएं जारी रहेंगी।
बता दें कि विपक्ष के नेताओं का दावा है कि लाडकी बहीण योजना ज्यादा समय तक नहीं चल पाएगी, क्योंकि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो रही है। राज्य सरकार ने चुनाव में हार के डर से यह योजना शुरू की, ताकि महिलाओं को वोट के लिए बहकाया जा सके। चुनाव बाद योजना को बंद कर देंगे। हालांकि, सीएम एकनाथ शिंदे ने खुद इन दावों का खंडन किया है।