पुणे स्टेशन के रेल अधिकारियों को घटना की जानकारी मंगलवार रात करीब 10.45 बजे मिली। ट्रेन रात 11.25 बजे पुणे स्टेशन पहुंची और तुरंत यात्रियों का इलाज शुरू किया गया। भारत गौरव ट्रेन निजी तौर पर गुजरात के पालीताना में तीर्थयात्रा के लिए बुक कराई गई थी।
पुणे रेल मंडल के मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक और पीआरओ रामदास भिसे ने कहा, स्पेशल ट्रेन में लगभग 1,000 यात्री सवार थे। हमें बताया गया कि कई यात्रियों को चक्कर, पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत है। जिसके बाद रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम, रूबी हॉल के डॉक्टरों और अन्य रेलवे अधिकारियों के साथ पुणे स्टेशन पर भेजी गई।
भिसे ने कहा, “यात्रियों को ट्रेन से प्लेटफॉर्म पर उतारा गया और उपचार दिया गया। सौभाग्य से किसी भी यात्री को अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ा। उपचार के बाद सभी यात्रियों को उसी ट्रेन से लगभग 12.30 बजे पुणे स्टेशन से रवाना किया गया।” अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन रवाना होने से पहले पूरी तरह से यात्रियों की जांच की गई।
बताया जा रहा है कि रेलवे की तरफ से यात्रियों को खाना नहीं दिया गया था। साथ ही ट्रेन में कोई पैंट्री सुविधा भी नहीं थी। यात्रियों के लिए सोलापुर से लगभग 180 किमी दूर वाडी रेलवे स्टेशन पर बाहर से खाना आया था। अधिकारी ने कहा कि भोजन की गुणवत्ता व उसे भेजने वाले स्रोत का पता लगाने की कोशिश जारी है। आगे की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।