स्ट्राइक रेट का हवाला देकर एनसीपी ने मांगी हिस्सेदारी
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद महायुति गठबंधन में सहयोगी दल एनसीपी नेता छगन भुजबल ने स्ट्राइक रेट का हवाला देकर अजित पवार के लिए सीएम की कुर्सी मांगी थी, लेकिन अब उन्होंने एनसीपी के लिए नई सरकार में शिवसेना के बराबर हिस्सेदारी मांगी है। छगन भुजबल ने कहा है “महाराष्ट्र विधानसभा में चुनाव में अजित पवार की अगुवाई में एनसीपी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इसलिए नई सरकार में एनसीपी को शिवसेना के बराबर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा “अगर हम चुनाव में अपने गठबंधन का स्ट्राइक रेट देखें तो बीजेपी पहले नंबर पर है और दादा (अजित पवार) की एनसीपी दूसरे नंबर पर है और शिंदे की सेना तीसरे नंबर पर है। इसलिए सरकार में हमें भी शिंदे के बराबर जगह मिलनी चाहिए।” यह भी पढ़ें
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एकनाथ शिंदे से कम हिस्सेदारी पर नहीं मानेगी एनसीपी
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एनसीपी नेता छगन भुजबल ने ये भी कहा है कि उनकी पार्टी नई सरकार में एकनाथ शिंदे के पार्टी के बराबर हिस्सेदारी से कम पर नहीं मानेगी। सरकार गठन की कोशिशों के बीच एनसीपी ने नई मांग रखकर मामले को पेचीदा बना दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में 148 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा को 132 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में भाजपा का स्ट्राइक रेट 88.5 फीसदी रहा। वहीं 59 सीटों पर चुनाव लड़कर 41 सीटें जीतने वाली एनसीपी का स्ट्राइक रेट 69.5 प्रतिशत रहा। महायुति गठबंधन की तीसरी पार्टी एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा। इसमें शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की। इस लिहाज से शिवसेना का स्ट्राइक रेट 70.4 प्रतिशत रहा।एकनाथ शिंदे ने मांगा था गृह विभाग
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से महायुति गठबंधन में नई सरकार के गठन को लेकर उठापटक चल रही है। पहले एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने कहा था “अगर मुख्यमंत्री भाजपा से होगा तो उसके पास गृह विभाग होना चाहिए।” इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा मौका नहीं मिलने पर एकनाथ शिंदे सतारा जिले में अपने गांव दारे चले गए। हालांकि इस मामले में कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद वह आराम करने के लिए अपने गांव गए थे। यह भी पढ़ें