मिली जानकारी के मुताबिक, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव के बेटे के मोबाइल पर धमकीभरा मैसेज आया हैं। बताया गया है कि मैसेज में अज्ञात शख्स ने कहा है कि श्याम मानव का नरेंद्र दाभोलकर जैसा हाल होगा। इस धमकी को लेकर मानव के समर्थकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले को पुलिस प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए श्याम मानव की सुरक्षा बढ़ा दी है।
कौन है नरेंद्र दाभोलकर?
बता दें कि अंधविश्वास और अतार्किक धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ आवाज उठाने वाला संगठन महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (एएनएस) की स्थापना जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर ने की थी। दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में ओंकारेश्वर पुल के करीब गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में दक्षिणपंथी संगठनों से कथित तौर पर जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
श्याम मानव के कड़ी की गई सुरक्षा
अब तक श्याम मानव के साथ हथियारों से लैस दो सुरक्षा गार्ड होते थे। लेकिन अब नागपुर पुलिस ने श्याम मानव की सुरक्षा में 4 बंदूकधारी, 4 पुलिसकर्मी और एक अधिकारी को तैनात किया है। श्याम मानव ने बाबा बागेश्वर को चुनौती दी थी कि वो अपने दावे को साबित करें। उन्होंने ने चुनौती दी थी कि अगर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपनी दिव्य शक्ति को साबित करके दिखाते हैं तो उन्हें 30 लाख का इनाम दिया जाएगा।
‘मैं अंधविश्वास के खिलाफ हूं’
इस बीच, श्याम मानव ने कहा, “मैंने कभी भी धर्म या भगवान के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। साथ ही पंडीत धीरेंद्र शास्त्री महाराज के बारे में भी कभी अपशब्द नहीं बोला है। मैं केवल उन लोगों के खिलाफ हूं जो धर्म के नाम पर लोगों को ठगते हैं। धर्म के नाम पर अंधविश्वास फैलाते की बात करते है।“
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कौन है नरेंद्र दाभोलकर?
बता दें कि अंधविश्वास और अतार्किक धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ आवाज उठाने वाला संगठन महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (एएनएस) की स्थापना जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर ने की थी। दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में ओंकारेश्वर पुल के करीब गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में दक्षिणपंथी संगठनों से कथित तौर पर जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
श्याम मानव के कड़ी की गई सुरक्षा
अब तक श्याम मानव के साथ हथियारों से लैस दो सुरक्षा गार्ड होते थे। लेकिन अब नागपुर पुलिस ने श्याम मानव की सुरक्षा में 4 बंदूकधारी, 4 पुलिसकर्मी और एक अधिकारी को तैनात किया है। श्याम मानव ने बाबा बागेश्वर को चुनौती दी थी कि वो अपने दावे को साबित करें। उन्होंने ने चुनौती दी थी कि अगर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपनी दिव्य शक्ति को साबित करके दिखाते हैं तो उन्हें 30 लाख का इनाम दिया जाएगा।
‘मैं अंधविश्वास के खिलाफ हूं’
इस बीच, श्याम मानव ने कहा, “मैंने कभी भी धर्म या भगवान के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। साथ ही पंडीत धीरेंद्र शास्त्री महाराज के बारे में भी कभी अपशब्द नहीं बोला है। मैं केवल उन लोगों के खिलाफ हूं जो धर्म के नाम पर लोगों को ठगते हैं। धर्म के नाम पर अंधविश्वास फैलाते की बात करते है।“
ऐसे शुरू हुआ विवाद?
मध्यप्रदेश के जाने-माने कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास को फैलाने और बढ़ावा देने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी हो चुकी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में श्रीराम चरित्र-चर्चा का आयोजन हुआ था। तब वहां धीरेंद्र शास्त्री का दरबार लगा था। इस दौरान अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर जादू-टोने और अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था। धीरेंद्र शास्त्री पर दिव्य दरबार और प्रेत दरबार की आड़ में जादू-टोना को बढ़ावा दिए जाने का आरोप था।