बागेश्वर धाम विवाद में महाराष्ट्र के साधु-संतों की एंट्री, 10 अखाड़ों ने जताया समर्थन, 51 लाख के इनाम की घोषणा
मीडिया से बात करते हुए एनसीपी नेता अमोल मिटकरी ने कहा, ऐसे बेतुके बयान देने वाले बदमाशों के संवेदनशील भाग पर हमला किया जाये तो उनका मुंह बंद होगा। इसलिए वारकरी संप्रदाय से अपील है कि जहां भी धीरेंद्र शास्त्री दिखे वहां उन्हें ठोको (पिटाई करो)…।बागेश्वर बाबा पर प्रतिबंध लगाने की मांग
आजाद हिंद वारकरी संघ के संस्थापक अध्यक्ष सतीशचंद्र रोठे ने संत तुकाराम महाराज के संबंध में पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वारा दिए गए बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि बागेश्वर बाबा की गलती की माफी नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य सरकार को महाराष्ट्र में बागेश्वर बाबा को बैन करना चाहिए। अन्यथा उनका महाराष्ट्र में एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं होने देंगे।
क्या है विवाद?
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा था, संत तुकाराम महाराष्ट्र के महात्मा थे। उनकी पत्नी उन्हें रोज पीटती थी। आए दिन उन्हें डंडे से मारती थी। किसी ने उससे पूछा, आप रोज अपनी बीवी से मार खाते है। आपको शर्म नहीं आती है? इस पर तुकाराम ने कहा, यह भगवान की कृपा है कि मुझे पीटने वाली पत्नी मिली है।