300 लोगों पर मामला दर्ज, धरपकड़ जारी
बदलापुर पुलिस गिरफ्तार लोगों को बुधवार को स्थानीय अदालत में पेश करेगी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बदलापुर में नर्सरी में पढने वाली बच्ची के साथ कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में प्रदर्शन करने के मामले में करीब 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। आज उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। बदलापुर रेलवे स्टेशन से प्रदर्शनकारियों को लाठीचार्ज कर हटाया गया था और 10 घंटे बाद रेलवे ट्रैक खाली होने पर ट्रेन सेवाएं बहाल हुईं। इस दौरान 30 लोकल ट्रेनों को रद्द करना पड़ा और कई लंबी दूरी की गाड़ियां डाइवर्ट करनी पड़ी। बदलापुर स्टेशन पर आज पुलिस बल तैनात है।
इंटरनेट बंद, लेकिन स्थिति सामान्य
जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) के डीसीपी मनोज पाटिल ने कहा, “बदलापुर में परिस्थिति सामान्य है। रेल परिचालन सेवा भी सामान्य है। किसी भी तरह की धारा नहीं लगाई गई है। कुछ समय के लिए इंटरनेट सेवा बंद रहेगी जिससे भ्रामक जानकारी न फैले। आरोपियों पर सभी गैर-जमानती धाराएं लगाई गई हैं।” महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने दो बच्चियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ बदलापुर स्टेशन पर घंटों तक पटरियों को अवरुद्ध करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मंगलवार को पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराया है। हालांकि विपक्ष ने प्रदर्शनकारियों पर एक्शन के लिए सरकार पर निशाना साधा है।
SIT गठित, 3 पुलिसकर्मी सस्पेंड
राज्य सरकार ने इस मामले की जांच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी को सौंपी है। साथ ही बच्चियों से हैवानियत करने वालों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उप-निरीक्षक और हेड कांस्टेबल को कार्रवाई में देरी के लिए निलंबित कर दिया गया है। वहीँ, स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है और क्लास टीचर व एक अन्य कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है। आरोपी सफाई कर्मचारी को पुलिस ने शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। शिक्षा विभाग भी इस मामले की जांच कर रहा है।