बताया जा रहा है कि क्राइम ब्रांच एक अन्य मामले की जांच के लिए सोमवार शाम में अक्षय शिंदे को ट्रांजिट रिमांड पर तलोजा जेल से ले जा रही थी। इस दौरान नवी मुंबई की सीमा में अक्षय ने पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली और गोली चला दी। उसने दो से तीन गोलियां चलाईं। इसमें एपीआई निलेश मोरे गोली लगने से गंभीर जख्मी हो गए। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई। जिसमें अक्षय शिंदे गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे ठाणे के कलवा अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने अक्षय को मृत घोषित कर दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस की बंदूक छीन ली और पुलिस की गाड़ी में ही पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। इसमें पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए। इस दौरान पुलिस की जवाबी फायरिंग में अक्षय शिंदे को गोली लग गई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
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घटना के वक्त अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से बदलापुर क्राइम ब्रांच ले जाया जा रहा था। पुलिस ने अक्षय शिंदे की मौत की अधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। बदलापुर रेप कांड मामले की जांच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता वाली एसआईटी कर रही थी। बदलापुर की घटना पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने पिछले महीने स्वत: संज्ञान लिया था। तब सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने पुलिस को उचित कार्रवाई नहीं करने के लिए फटकार लगाई थी। इस दौरान सरकार की तरफ से अदालत को बताया गया था कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है और कहीं कोई गलती नहीं होगी।
गौरतलब हो कि स्कूल के सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे (24) ने कथित तौर पर दो बच्चियों का स्कूल के शौचालय में यौन उत्पीड़न किया था। यह घटना 13 अगस्त को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच हुई थी। पीड़ित परिवार ने 16 अगस्त को पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। लेकिन पुलिस ने 12 घंटे बाद 16 अगस्त की रात करीब 9 बजे एफआईआर दर्ज की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। स्कूल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। अक्षय शिंदे के माता-पिता का दावा है कि उनके बेटे का एनकाउंटर फर्जी है।