महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन बदलापुर स्टेशन पर प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत करने के लिए स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन प्रदर्शनकारी ने एक नही सुनी। बाद में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान कुछ लोग घायल भी हो गए।
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पुलिस के लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों की ओर से पथराव भी किया गया। लेकिन पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। पुलिस ने पूरे बदलापुर रेलवे स्टेशन परिसर को खाली करा दिया है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। जीआरपी (GRP) कमिश्नर रवींद्र शिसवे ने कहा, सभी मध्य रेल कर्मियों से मेरा निवेदन है कि यहां (बदलापुर) पर जो ट्रेनों का परिचालन रुका हुआ था अभी हमने ट्रैक को खाली कराया है। ट्रैक खाली होने के बाद ये रिपोर्ट रेलवे ऑपरेशन में भेजा जा रहा है, जिससे ट्रेनों की आवाजाही बहाल की जा सके।
प्रदर्शनकारियों पर भाजी लाठी-
इस घटना पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “बदलापुर में हुई बलात्कार की घटना बेहद गंभीर है…मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं। राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए आईजी रैंक की महिला अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। सरकार मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश कर रही है ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिल सके।”पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज
फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उप-निरीक्षक और हेड कांस्टेबल को कार्रवाई में देरी के लिए तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया है। आरोप है कि बदलापुर थाने में शिकायत करने पहुंचे पीड़ित बच्चियों के माता-पिता को करीब 13 घंटे तक इंतजार कराया गया। वहीँ, स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया है और क्लास टीचर व एक अन्य कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है। आरोपी सफाई कर्मचारी की पुलिस ने शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया।