जालना में मराठा मार्च पर हुए लाठीचार्ज को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। हालाँकि मराठा समुदाय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से नाराज हो गया है। मराठा आंदोलनकारियों के निशाने पर मुख्य तौर पर डिप्टी सीएम व गृहमंत्री फडणवीस है। बताया जा रहा है कि पुलिस के लाठीचार्ज में कई पुरुष प्रदर्शनकारी, महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए हैं। इससे मराठा समुदाय की भावनाएं आहत हुईं। इसी पृष्ठभूमि में राज्य सरकार द्वारा बड़ा निर्णय लिया गया है।
SP तुषार दोशी ने दी प्रतिक्रिया
हालांकि जालना के एसपी तुषार दोशी ने निजी तौर पर मीडिया से बातचीत में इस खबर का खंडन किया है। उन्होंने जबरन छुट्टी पर भेजे जाने की बात से इनकार करते हुए कहा कि कल मेरे हाथ पर चोट लगी थी। इसके अलावा मुझे पानी के कारण संक्रमण हुआ है। इसलिए मैंने खुद कल पुलिस महानिरीक्षक को छुट्टी के लिए आवेदन दिया था।
अजित दादा नाराज?
इस बीच, राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार जालना में हुई घटना को लेकर महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय से नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने अपने कई तय कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। उनके खेमे के एनसीपी नेताओं का स्पष्ट कहना है कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने की क्या ज़रूरत थी। अजित दादा खुद भी मराठा समुदाय के साथ खड़े हैं।
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जालना जिले के अंबड तालुका के अंतरवाली सराटी गांव में हुई घटना के बाद अब सरकार ने शिंदे कार्रवाई शुरू कर दी है। खबर है कि गृह मंत्रालय ने जालना जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) तुषार दोशी को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया है। दरअसल इस पूरी घटना में पुलिस की भूमिका पर कई सवाल उठे।SP तुषार दोशी ने दी प्रतिक्रिया
हालांकि जालना के एसपी तुषार दोशी ने निजी तौर पर मीडिया से बातचीत में इस खबर का खंडन किया है। उन्होंने जबरन छुट्टी पर भेजे जाने की बात से इनकार करते हुए कहा कि कल मेरे हाथ पर चोट लगी थी। इसके अलावा मुझे पानी के कारण संक्रमण हुआ है। इसलिए मैंने खुद कल पुलिस महानिरीक्षक को छुट्टी के लिए आवेदन दिया था।
अजित दादा नाराज?
इस बीच, राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार जालना में हुई घटना को लेकर महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय से नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने अपने कई तय कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। उनके खेमे के एनसीपी नेताओं का स्पष्ट कहना है कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने की क्या ज़रूरत थी। अजित दादा खुद भी मराठा समुदाय के साथ खड़े हैं।
साथ ही कहा जा रहा है कि अजित पवार नाराज होकर पिंपरी के कार्यक्रम में जाने से बच रहे हैं और कहा जा रहा है कि बुलढाणा में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी वाले सरकारी कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे। जिस वजह से सियासी गलियारों में अजित दादा की नाराजगी की चर्चाएं जोरों से चल रही हैं।
ऐसी चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने निर्धारित तीन बड़े कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। उनके पुणे, पिंपरी और बुलढाणा कार्यक्रम के लिए सारी तैयारियां हो चुकी थी, लेकिन इन्हें अब रद्द कर दिया गया है। अजित पवार आज मुख्यमंत्री के साथ ‘शासन आपल्या दारी’ (Shasan Aplya Dari Yojana) कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे। लेकिन अचानक उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया।