शिवसेना के बाद राकांपा को निपटाने की तैयारी? बीजेपी के साथ जाएंगे अजित पवार, NCP के 53 में से 40 विधायक भी
इससे पहले एनसीपी नेता अजित पवार के कथित रूप से बगावत करने की अटकलों के बीच पार्टी नेता अनिल पाटिल ने उनसे मुंबई में मुलाकात की। पाटिल ने मीडिया रिपोर्टों का खंडन करते हुए कहा, “आज मैंने उस न्यूज के बारे में चर्चा की, जो 2-3 दिन से चल रही थी। जो खबर में चल रहा है वैसा कहीं पर चर्चा नहीं हुआ है। तो इसे रोकना चाहिए क्योंकि आज तक कोई चर्चा दादा और किसी और की नहीं हुई है। हम अजित दादा के साथ हैं और आगे भी रहने वाले हैं और अजित दादा एनसीपी के साथ हैं।“शरद पवार ने क्या कहा?
पुणे जिले के पुरंदर इलाके में शरद पवार ने पत्रकारों से कहा कि मीडिया के दिमाग में जो चर्चा चल रही है, वह हमारे दिमाग में नहीं चल रही। पवार ने कहा, ‘‘ इन सब पर बात करने का कोई फायदा नहीं है। इन खबरों का कोई मतलब नहीं है। मैं एनसीपी और अपने सभी साथियों के बारे में यह कह सकता हूं कि हमारी बस एक सोच है कि पार्टी को मजबूत बनाया जाए और किसी के मन में कोई और विचार नहीं है।’’
क्यों फैली बगावत की खबर!
शरद पवार की पार्टी एनसीपी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की घटक है, जिसमें शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस भी शामिल हैं। दरअसल अजित पवार के अगले राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें पिछले हफ्ते तब शुरू हुईं जब उन्होंने अचानक अपनी निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं। तब उन्होंने कई ऐसी टिप्पणियां कीं जो बीजेपी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के प्रति नरम रुख दिखाती है।