महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता अतुल लोंढे (Atul Londhe) ने कहा “पूरी तस्वीर अभी तक स्पष्ट नहीं है… लेकिन एनसीपी से विपक्ष का नेता (LoP) क्यों होगा? अब कांग्रेस के पास 45 विधायक हैं और अजित पवार ने कहा है कि उनके साथ पार्टी के 40 विधायक हैं, तो एनसीपी (शरद पवार) के साथ केवल 13 विधायक बचेंगे।“
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महाराष्ट्र एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा, “हमारी पार्टी के कुछ विधायकों ने वहां (अजित पवार के साथ) जाकर शपथ लिया है और अब वे मंत्री हो गए हैं। यह हमारी नीति नहीं थी। महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी का जो गठबंधन है हमारी नीति उसमें रहने की है। जो लोग गए हैं उन्होंने पार्टी के खिलाफ निर्णय लिया है। 5 जुलाई को शरद पवार के नेतृत्व में महाराष्ट्र जिले के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक होगी।“ पाटिल ने कहा, “हमारे जो मुख्य सचेतक थे वे भी वहां जाकर मंत्री हो गए हैं। उनकी जगह हमने जितेंद्र आव्हाड को मुख्य सचेतक नियुक्त करने का निर्णय लिया है। शरद पवार ने अपनी भूमिका स्पष्ट की है, उनकी भूमिका पर कोई शक नहीं है। कानूनी रूप से जो भी आवश्यक कदम हैं वो उठाए जाएंगे। हमारा अजित पवार पर विश्वास था कि वे ऐसा नहीं करेंगे। इसमें किसी तरह की पूछताछ या भनक लगने की बात नहीं थी। सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय दिया है उसमें लिखा है कि पार्टी अपने स्थान पर रहती है लेकिन विधायक आते जाते रहते हैं।“
59 वर्षीय जितेंद्र आव्हाड ठाणे जिले के मुम्ब्रा-कलवा से तीन बार विधायक बने है। राज्य के पूर्व मंत्री आव्हाड एनसीपी के गठन के बाद से ही शरद पवार के साथ है।