महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने ‘एक्स’ पर लिखा, बाबा सिद्दीकी की हत्या एनसीपी के लिए बहुत बड़ी क्षति है… हमने एक ऐसा नेता को खोया है जिसे कई लोग बहुत प्यार करते थे…व्यक्तिगत रूप से मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है जिसे मैं वर्षों से जानता था।
यह भी पढ़ें-बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सलमान खान की बढ़ाई गई सुरक्षा, लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है खतरा! उन्होंने आगे लिखा, “मैं सभी से दृढ़तापूर्वक आग्रह करता हूं कि वे इस भयावह घटना का राजनीतिकरण करने के प्रलोभन का विरोध करें। यह विभाजन का या राजनीतिक लाभ के लिए दूसरों के दर्द का फायदा उठाने का समय नहीं है। फिलहाल, हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर होना चाहिए कि न्याय मिले। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक इसके जिम्मेदार लोगों को सजा नहीं मिल जाती…आइए हम उन अवसरवादी आवाजों को इस त्रासदी को राजनीतिक तमाशा में बदलने की अनुमति देने के बजाय सम्मान और करुणा दिखाएं।“
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कूपर अस्पताल जाकर बाबा सिद्दीकी के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “…पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं और अलग-अलग राज्यों में भी पुलिस की टीम लगाई गई हैं। मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और मैं खुद इस मामले में ध्यान दे रहे हैं। यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि हत्या की सुपारी किसने दी, मुझे विश्वास है कि 1-2 दिन में इसका पता चल जाएगा।“
एनसीपी प्रमुख ने आगे कहा, “आज रात 8:30 बजे मुंबई की तर्ज पर बड़ा कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा… विपक्ष यह कहेगा (सरकार पर आरोप लगाएगा) लेकिन हमारा काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। उपमुख्यमंत्री ने यहां का दौरा किया। मैंने उनसे और मुख्यमंत्री से भी बात की है और उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि हमें जल्द ही पता चल जाएगा कि इसके पीछे कौन लोग थे…”
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का शव बीएमसी के कूपर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। 66 वर्षीय सिद्दीकी को मुंबई के बांद्रा के खेर नगर में शनिवार रात करीब 9.30 बजे उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। जांच के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई है, जो अलग-अलग राज्यों में भी भेजी गई हैं। कथित तौर पर बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है।