जानकारी के मुताबिक, उद्धव ठाकरे 9 और 10 जुलाई को विदर्भ के यवतमाल, वाशिम, अमरावती, अकोला जिलों का दौरा करेंगे। दरअसल, पश्चिम विदर्भ में बड़ी संख्या में शिवसेना के मतदाता हैं और इसे शिवसेना बेल्ट के रूप में जाना जाता है। ठाकरे कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात करेंगे और उनसे मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे। जिसके आधार पर आगे की रणनीति तय होगी।
बीजेपी ने कसा तंज
महाराष्ट्र के मंत्री व बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “मजबूरी है इसलिए उद्धव ठाकरे दौरे पर जा रहे हैं। उन्होंने अगर कोरोना के दौरान दौरा किया होता तो शायद एकनाथ शिंदे हमारे साथ नहीं आते। तब उन्होंने कुछ नहीं किया, सिर्फ घर पर बैठे रहे। इसलिए अब उन्हें राज्य के दौरे करने पड़ रहे हैं।“
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यह इलाका शिंदे गुट के मंत्री संजय राठोड का गढ़ माना जाता है। इसलिए ठाकरे बंजारा समुदाय को वापस अपनी ओर करने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। इस यात्रा के दौरान वह यवतमाल जिले के शिवसैनिकों से सीधे बातचीत करेंगे। वहां से फिर वाशिम जिले जाएंगे और वहां कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। दौरे के पहले दिन वह यवतमाल जिले के प्रसिद्ध पोहरादेवी मंदिर भी जाएंगे।बीजेपी ने कसा तंज
महाराष्ट्र के मंत्री व बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, “मजबूरी है इसलिए उद्धव ठाकरे दौरे पर जा रहे हैं। उन्होंने अगर कोरोना के दौरान दौरा किया होता तो शायद एकनाथ शिंदे हमारे साथ नहीं आते। तब उन्होंने कुछ नहीं किया, सिर्फ घर पर बैठे रहे। इसलिए अब उन्हें राज्य के दौरे करने पड़ रहे हैं।“
बीजेपी नेता ने तंज कसते हुए आगे कहा, “अंत में कभी न कभी मेहनत करनी ही पड़ती है। या तो पहले पढ़ो, फिर बाकी जीवन सुखी से बीतेगा। अन्यथा, पढ़ाई नहीं करने पर बाकि जीवन कठिनाईयों में गुजरेगा। ये बात हमारे टीचर ने पढ़ाई के दौरान बताई थी. उन्हें उनके शिक्षकों ने यह बात नहीं बताई होगी।“
विदर्भ दौरे पर क्यों हैं उद्धव ठाकरे?
एनसीपी में फूट के बाद महाविकास अघाडी (MVA) के अस्तित्व पर सवाल उठ रहे हैं। चर्चा है कि ठाकरे जमीन पर उतरकर इस बात का भी जायजा ले रहे कि एमवीए में उनके रहने से कितना फायदा होगा। साथ ही इस दौरे के दौरान शिंदे गुट में गए पार्टी नेताओं को वापस अपने पाले में लाने की कोशिश भी की जा सकती है। कुल मिलाकर, पश्चिम विदर्भ में पार्टी की ताकत को फिर से मजबूत करने के लिए उद्धव ठाकरे का दौरा महत्वपूर्ण है।
विदर्भ दौरे पर क्यों हैं उद्धव ठाकरे?
एनसीपी में फूट के बाद महाविकास अघाडी (MVA) के अस्तित्व पर सवाल उठ रहे हैं। चर्चा है कि ठाकरे जमीन पर उतरकर इस बात का भी जायजा ले रहे कि एमवीए में उनके रहने से कितना फायदा होगा। साथ ही इस दौरे के दौरान शिंदे गुट में गए पार्टी नेताओं को वापस अपने पाले में लाने की कोशिश भी की जा सकती है। कुल मिलाकर, पश्चिम विदर्भ में पार्टी की ताकत को फिर से मजबूत करने के लिए उद्धव ठाकरे का दौरा महत्वपूर्ण है।