शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्य में पीएम मोदी या अमित शाह आकर चाहे जितनी भी जनसभा कर लें कोई फायदा नहीं होगा। वे जितनी जनसभा करेंगे महाराष्ट्र में बीजेपी और उसके सहयोगियों की सीटें उतनी ही कम होगी।
राज्यसभा सांसद ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर कहा, “आपने संविधान बदलने की तैयारी शुरू की है, आप अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकते हैं। आपने यह सुनिश्चित करने के लिए धारा 370 को रद्द कर दिया, ताकि अडानी जैसे कुछ उद्योगपति वहां (जम्मू-कश्मीर) के प्रमुख स्थानों पर जमीन खरीद सकें… पिछले 10 वर्षों में आपने देश हित में कुछ नहीं किया है।”
‘जम्मू-कश्मीर में हुआ बड़ा बदलाव’
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि पूरे INDI गठबंधन का चरित्र एक तरह से एक-दूसरे से मिलता है। सारी पार्टियां परिवारवादी है, सारी पार्टियां कहती हैं कि धारा 370 वापस लाएंगे। सारी पार्टियां तीन तलाक चाहती हैं। सारी पार्टियां भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं… जो लोग 370 पर सवाल उठाते हैं, मैं उनसे कहना चाहूंगा कि वहां मतदान 40% पार कर गया है, 370 हटाने की इससे बड़ी सफलता नहीं हो सकती… शांतिपूर्ण मतदान बताता है कि जम्मू-कश्मीर में बदलाव हुआ है।”
बता दें कि जम्मू और कश्मीर लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में अलगाववादी नेताओं, संगठनों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान के बावजूद श्रीनगर में लगभग 40 फीसदी मतदान दर्ज हुआ। अमित शाह ने इसे बड़ा बदलाव कहा है।
‘BJP बहुमत का दुरुपयोग नहीं करती’
बीजेपी नेता अमित शाह ने कहा, “संविधान बदलने का बहुमत हमारे पास 10 वर्षों से है। हमने कभी ये प्रयास नहीं किया…बहुमत के दुरूपयोग का इतिहास मेरी पार्टी का नहीं है। बहुमत का दुरूपयोग कांग्रेस ने किया था।” बीजेपी के ‘400 पार’ नारे को संविधान बदलने के प्रयास से जोड़ने का आरोप लगाने वाले विपक्षी नेताओं को अमित शाह ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से ऐसा नहीं है… संविधान बदलने का बहुमत हमारे पास 10 साल से है… हमें 400 सीटें चाहिए क्योंकि देश में राजनीति में स्थिरता लाना चाहते हैं क्योंकि देश की सीमाओं को सुरक्षित रखना है… हमने 10 वर्षों में अपनी सीटों का उपयोग कैसे किया? धारा 370 को निरस्त किया, तीन तलाक को खत्म किया, राम मंदिर बना, यूसीसी लेकर आए… बहुमत के दुरूपयोग करने का इतिहास हमारी पार्टी का नहीं है। बहुमत का दुरूपयोग इंदिरा गांधी के समय में कांग्रेस ने किया था।”