बीजेपी के कई नेता पहले से ही इस मामले में आदित्य ठाकरे और उनके कुछ करीबियों की संलिप्तता का आरोप लगाते रहे हैं। दिशा सालियान मौत मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे ने आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले में एसआईटी आदित्य ठाकरे से भी पूछताछ कर सकती है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में एसआईटी टीम दिशा सालियान की मौत से जुड़े राज खंगालेगी। अगर एसआईटी शीतकालीन सत्र के दौरान आदित्य ठाकरे को पूछताछ के लिए बुलाती है तो राज्य का सियासी पारा चढ़ने के पूरे आसार हैं।
राज्य के डिप्टी सीएम व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में पिछले शीतकालीन सत्र में इस मामले की एसआईटी जांच के आदेश दिये थे। तब शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के विधायक भरत गोगावले और बीजेपी विधायक नितेश राणे ने विधानसभा में दिशा सालियान की मौत का मुद्दा उठाया था।
दिशा सालियान मामले में नारायण राणे और नितेश राणे लगातार आदित्य पर आरोप लगा रहे हैं। उधर, दिशा के परिवार ने राणे पिता-पुत्र के खिलाफ मानहानि की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद नारायण राणे को पूछताछ के लिए मुंबई की मालवणी पुलिस ने बुलाया भी था। दिशा सालियान मौत मामले में नारायण राणे ने कई बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आदित्य ठाकरे पर गंभीर आरोप लगाए।
राणे का दावा है कि दिशा की हत्या 8 जून को और सुशांत की हत्या 13 जून को की गयी थी। बीजेपी नेता ने बताया कि इस मामले में बयान नहीं देने के लिए उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फोन भी किया था। राणे ने यह भी आरोप लगाया कि दिशा सालियान की केस फाइल बंद कर दी गयी और अपराधियों को बचाया गया है।
पिछले साल शिंदे गुट के सांसद राहुल शेवाले ने पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे पर बड़ा आरोप लगाया था। शेवाले ने दावा किया था कि सुशांत सिंह राजपूत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के फोन पर एयू नाम से 44 फोन आए थे। बिहार पुलिस के मुताबिक एयू का मतलब आदित्य और उद्धव था।
मालूम हो कि सीबीआई ने मामले की जांच के बाद दिशा सालियान की मौत को दुर्घटना बताया था। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि दिशा हादसे के समय नशे में थीं, उनका संतुलन खोने के कारण वह बिल्डिंग से गिर गई। सीबीआई से यह भी स्पष्ट किया था कि सुशांत सिंह और दिशा सालियान की मौत का आपस में कोई संबंध नहीं है।