बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें दो कथित शूटर हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश का मूल निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) शामिल भी हैं। जबकि हरीशकुमार बालकराम निसाद (23) और प्रवीण लोनकर (सह-साजिशकर्ता) भी पुलिस की गिरफ्त में हैं। निसाद और कश्यप वांछित आरोपी शिवकुमार गौतम के ही गांव के रहने वाले हैं।
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या करने वाले शूटरों गुरमेल सिंह (23) और धर्मराज कश्यप (19) वारदात के समय 65 गोलियों से लैस थे। इनमें से छह गोलियां उन्होंने बाबा सिद्दीकी पर फायर की थी। पुलिस को शक है कि बाबा सिद्दीकी पर दो नहीं तीन शूटरों ने हमला किया था। हालांकि इसकी पुष्टि करने के लिए जांच चल रही है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि संदिग्ध हमलावर शिवकुमार गौतम ने उत्तर प्रदेश में शादी समारोहों में ‘हर्ष फायरिंग’ के दौरान बंदूक चलाना सीखा था. उसे ही मुख्य शूटर के तौर पर सुपारी दी गई थी, क्योंकि वह पिस्टल चलाना जानता था। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई के कुर्ला इलाके में किराए के एक मकान में गौतम ने कश्यप और सिंह को बंदूक चलाने का प्रशिक्षण दिया था जहां उन्होंने बिना गोली भरे पिस्टल चलाने की प्रैक्टिस की।
अधिकारी ने बताया कि उन्होंने करीब चार सप्ताह तक यूट्यूब से वीडियो देखकर बंदूक में गोली भरना और गोली निकालना सीखा। चूंकि उन्हें फायरिंग प्रैक्टिस के लिए कोई खुली जगह नहीं मिल सकी थी इसलिए वह कमरे में ही यह करते थे।
आरोपियों से पूछताछ के दौरान पता चला कि शूटरों ने बाबा सिद्दीकी पर हमला करने के बाद अपने कपड़े बदलने की योजना बनाई थी। उसी के तहत गिरफ्तार किए गए एक शूटर ने पकड़े जाने से पहले अपने कपड़े बदले थे। गौतम अपने बैग में एक शर्ट लाया था जो अपराध स्थल के पास से बरामद किया गया था, जिसमें एक हथियार और कुछ दस्तावेज भी मिले।
जांच अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने घटनास्थल पर उसी बाइक से पहुंचने की योजना बनाई थी जिसका इस्तेमाल उन्होंने एनसीपी नेता के घर और दफ्तर की रेकी के लिए किया था। लेकिन हमले के दिन दो आरोपी उस बाइक से गिर गए, इसलिए वह जीशान सिद्दीकी के कार्यालय तक ऑटो रिक्शा से गए। कार्यालय के बाहर एक घंटे तक बाबा सिद्दीकी का इंतजार किया और जैसे ही वह बाहर निकले फायरिंग कर दी।
अधिकारी ने बताया कि प्रवीण लोनकर ने हरीशकुमार निसाद के खाते में 60,000 रुपये भेजे थे, जिसमें से 32,000 रुपये में पुरानी बाइक खरीदी गई। जांच के दौरान यह भी पता चला कि सभी आरोपी एक दूसरे से संपर्क करने के लिए स्नैपचैट और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया ऐप का इस्तेमाल करते थे।
यह भी पढ़ें-मिर्च स्प्रे करने के बाद गोली मारने की थी योजना! बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, 15 टीमें जांच में जुटीं मालूम हो कि पूर्व कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी (66) इस साल की शुरुआत में एनसीपी अजित पवार गुट में शामिल हुए थे। शनिवार रात को मुंबई के निर्मल नगर इलाके में उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर तीन लोगों ने उन्हें रोका और गोली मारकर फरार हो गए। लेकिन कुछ ही देर में उनमें से दो शूटरों गुरमेल और धर्मराज को पुलिस ने दबोच लिया।