गणपति को अर्पित की जाने वाली दूर्वा कोमल होनी चाहिए। ऐसी दूर्वा को बालतृणम् कहते हैं। यह घास का बालरूप है। बड़ी हो जाने पर यह आम घास की तरह हो जाती है।
•Sep 01, 2016 / 03:16 pm•
Kamal Singh
Hindi News / MP Religion & Spirituality / बस आज से ही करें ये दस उपाय, गणपति बनाएंगे बिगड़े हुए काम