निर्देशक राजकुमार हिरानी ने ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’, ‘लगे रहो मुन्नाभाई’, ‘३ इडियट्स’ और ‘पीके’ सरीखी बेहतरीन फिल्में इंडस्ट्री को दी है। अब उन्होंने अपने दोस्त और अभिनेता संजय दत्त की लाइफ को ‘संजू’ मूवी के जरिए पर्दे पर उतारा है। फिल्म में संजय के रोल में रणबीर कपूर माइंड ब्लोइंग लगे हैं। फिल्म में न सिर्फ बाप-बेटे के रिश्ते की गहराई है, बल्कि दोस्ती और साहस की कहानी भी है।
स्क्रिप्ट
कहानी संजय दत्त (रणबीर) को पांच साल की जेल की सजा की खबर से शुरू होती है। इसके बाद संजय अपनी जिंदगी पर किताब लिखवाने के लिए फेमस राइटर विन्नी रॉय (अनुष्का शर्मा) से मिलता है और अपनी कहानी बताना शुरू करता है। इसमें संजू को ड्रग्स की लत, पिता से नाराजगी, मां की मौत, दोस्ती, गर्लफ्रेंड, टेरेरिस्ट होने का आरोप लगना, जेल जाना आदि घटनाओं को शामिल किया गया है।
एक्टिंग
रणबीर का अभिनय असाधारण है। उन्होंने संजू के किरदार को वास्तव में जीया है। उनके हाव-भाव, बोलने का अंदाज, हेयरस्टाइल सब संजू से मेल खाते हैं। पहले से आखिरी फ्रेम तक वह संजू ही लगे हैं। सुनील दत्त के रोल में परेश रावल शानदार हैं। दोस्त कमली की भूमिका में विकी ने लाजवाब एक्टिंग की है। दीया मिर्जा, मनीषा, अनुष्का शर्मा, सोनम, बोमन ईरानी, जिम सरभ ने बढिय़ा काम किया है।
डायरेक्शन
राजकुमार का डायरेक्शन अमेजिंग है। फिल्म में बहुत-से ऐसे पल आते हैं, जो इमोशनल कर देते हैं। स्क्रीनप्ले वेल क्राफ्टेड है। इसमें राजकुमार और अभिजात ने संजू की लाइफ की अलग-अलग स्टेज और सिलसिलेवार घटनाओं को रोचक ढंग से दर्शाया है। बैकग्राउंड स्कोर जबरदस्त है। गीत-संगीत भी बढिय़ा है। सिनेमैटोग्राफी और लोकेशंस अट्रैक्टिव हैं।
क्यों देखें
रीयल रॉकस्टार रणबीर, संजय की कंट्रोवर्शियल लाइफ और राजू का डायरेक्शन खास है। आखिर में असल संजय दत्त की एंट्री सोने पे सुहागा है। हालांकि किसी भी तरह की कंट्रोवर्सी से बचने के लिए संजय की जिंदगी के कई पहलुओं को फिल्म में नहीं दिखाया है। कुल मिलाकर फिल्म भावनात्मक और मजेदार है, जो रुलाती है तो हंसने का मौका भी देती है। लिहाजा इस इमोशनल ड्रामा को देखा जाना चाहिए।