कहानी: सेना का जवान हरदयाल सिंह ढिल्लोन उर्फ हार्डी (शाहरुख खान) पंजाब के लाल्टो गांव अपने उस मददगार से मिलने पहुंचता है, जिसने उसकी जान बचाई थी। यहां उसे उसकी बहन मनु रंधावा (तापसी पन्नू) एक ढाबे पर काम करती मिलती है। वह उसे अपने घर ले जाती है, जहां हार्डी को पता चलता है कि उसके उस मददगार की मौत हो गई है। उसकी बहन अपने परिवार को पालने और कर्जे को चुकाने के लिए इंग्लैंड जाना चाहती है। उसके साथ उसके दो दोस्त बग्गू और बल्ली भी इंग्लैंड जाना चाहते हैं।
बग्गू अपनी मां की सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी छुड़़वाकर घर में आराम करवाना चाहता है तो बल्ली सिलाई करके घर संभालने वाली अपनी मां को आराम देना चाहता है। इन तीनों के पैसे एक फ्रॉड ट्रेवल एजेंट के चक्कर में डूब जाते हैं, जिसके बाद हार्डी इन्हें बताता है कि गांव के वे घर जिनकी छतों पर सीमेंट के एयरप्लेन बने हुए हैं। वे सभी आइलेट्स क्लियर करके वहां पक्के तौर पर पहुंचे हैं। वह उन सभी के साथ गुलाटी (बोमन ईरानी) के इंस्टीट्यूट में एडमिशन ले लेते हैं।
यहीं उनकी मुलाकात सुखी (विकी कौशल) से होती है, जो अपनी प्रेमिका की उसके पति से जान बचाने के लिए इंग्लैंड जाना चाहता है, लेकिन वीजा ना मिल पाने के कारण जा नहीं पाता है। ये सभी गुलाटी से अंग्रेजी सीखना शुरू करते हैं। आइलेट्स परीक्षा के रिजल्ट में बल्ली को छोड़ बाकी चारों फेल हो जाते हैं। बल्ली जब इंग्लैंड पहुंचता है तो वह सुखी की प्रेमिका के घर पहुंचता है, जहां पता चलता है कि रिजल्ट की खबर वहां पहुंच गई थी, जिसे सुनकर सुखी की प्रेमिका ने आत्महत्या कर ली। ये सुनकर सुखी को इतना बड़ा झटका लगता है कि वह आत्मदाह कर लेता है। उसकी चिता पर हार्डी उन सभी को इंग्लैंड पहुंचाने की कसम खाता है। गुलाटी उन्हें डंकी मारकर इंग्लैंड पहुंचने का जरिया बताता है और शुरू होता है इन सभी का सफर…
थीम: हर साल 10 लाख लोग डंकी मारते हैं। इनका एक ही मकसद होता है ठीक-ठाक जिंदगी जीना। हालांकि, अधिकांश फिर अपने परिवारों से मिल नहीं पाते हैं। राजकुमार हिरानी हमेशा की तरह एक बार फिर से अलग सब्जेक्ट लेकर आए। फिल्म उन लोगों की कहानी है, जिनके पास ना पैसा है ना कोई डिग्री, लेकिन विदेश में कमाई कर अपने परिवार को अच्छी जिंदगी देना चाहते हैं। इसके लिए वे अपनी जान भी दांव पर लगाने से नहीं चूकते हैं। अलग स्क्रिप्ट का बेहतरीन प्रजेंटेशन है डंकी।
एक्टिंग: हार्डी और मनु के किरदार में शाहरुख और तापसी की अदाकारी ठीक थी। विक्रम कोचर और अनिल ग्रोवर ने अपने रोल बखूबी निभाए। बोमन भी ठीक रहे। पब्लिक रिएक्शन
फिल्म देख कर बाहर निकले ध्रुव और रिचर्ड के अनुसार, फिल्म इतनी खास नहीं थी, लेकिन मैसेज छोड़ती है। टीना और पायल ने एक लाइन में वन टाइम वॉच मूवी कहा। मोहित, कृष्णा, प्रियांशी, भाविका व भक्ति ने कहा कि पावर पैक मूवीज के साल में एक शांति का झोंका। फिल्म दोस्तों का एक ग्रुप दिखाती है, जो विदेश जाने का सपना देखता है। इस फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी और गौरी खान ने किया है, और यह एक सहयोग है जो JIO स्टूडियोज, रेड चिलीज एंटरटेनमेंट, और राजकुमार हिरानी फिल्म्स के बीच किया गया है। ‘डंकी’ का लेखन अभिजात जोशी, राजकुमार हिरानी, और कनिका ढिल्लन ने किया है।
फिल्म देख कर बाहर निकले ध्रुव और रिचर्ड के अनुसार, फिल्म इतनी खास नहीं थी, लेकिन मैसेज छोड़ती है। टीना और पायल ने एक लाइन में वन टाइम वॉच मूवी कहा। मोहित, कृष्णा, प्रियांशी, भाविका व भक्ति ने कहा कि पावर पैक मूवीज के साल में एक शांति का झोंका। फिल्म दोस्तों का एक ग्रुप दिखाती है, जो विदेश जाने का सपना देखता है। इस फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी और गौरी खान ने किया है, और यह एक सहयोग है जो JIO स्टूडियोज, रेड चिलीज एंटरटेनमेंट, और राजकुमार हिरानी फिल्म्स के बीच किया गया है। ‘डंकी’ का लेखन अभिजात जोशी, राजकुमार हिरानी, और कनिका ढिल्लन ने किया है।
निर्माता- गौरी खान, राजकुमार हिरानी
कलाकार- शाहरुख खान, तापसी पन्नू, बोमन ईरानी, विक्की कौशल
छायाकार– सी. के. मुरलीधरन
संगीतकार- प्रीतम
लेखक- राजकुमार हिरानी, अभिजात जोशी, कनिका ढिल्लों
लागत- 85 करोड़
स्टार- ***
कलाकार- शाहरुख खान, तापसी पन्नू, बोमन ईरानी, विक्की कौशल
छायाकार– सी. के. मुरलीधरन
संगीतकार- प्रीतम
लेखक- राजकुमार हिरानी, अभिजात जोशी, कनिका ढिल्लों
लागत- 85 करोड़
स्टार- ***