26 नवंबर के दिन ताज होटल, छत्रपति शिवाजी स्टेशन और लियोपोल्ड कैफे में हुए आतंकी हमले की पूरी कहानी बयां की गई है। एंथनी मरास ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। उन्होंने हमले के समय होटल में रहे असल लोगों की पहचान को छुपाने का फैसले किया था और इसलिए कहानी में दिखाए गए सभी किरदार काल्पनिक हैं, जिन्हें असल जिंदगी के लोगों से प्रेरित होकर गढ़ा गया है। हालांकि ताज होटल के हेड शेफ हेमंत ओबेरॉय यानी अनुपम खेर का किरदार असली है। इस फिल्म की कहानी अर्जुन (देव पटेल) से शुरू होती है जो मुंबई में रहता है। उसकी बीवी प्रेग्नेंट है और एक छोटी बच्ची भी उसके पास है। अर्जुन ताज होटल में काम करने वाला कर्मचारी है, जो उस दिन गलत फुटवियर में काम पर पहुंचता है। हेड शेफ ओबेरॉय उसे घर जाने को कहते हैं लेकिन वो उनसे दरख्वास्त करता है कि उसे इस शिफ्ट की जरूरत है, उसे काम करने दिया जाए। वहीं डेविड डंकन और जाहरा (आर्मी हैमर और नाजनीन बोनैदी) अपने बेटे और उसकी नैनी सैली (टिल्डा कोहम-हार्वी) के साथ होटल पहुंचते हैं। डेविड और जाहरा होटल के शामियाने में डिनर कर रहे होते हैं जब ताज होटल पर आतंकी हमला होता है।