बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर की डेब्यू फिल्म ‘धड़क’ इस शुक्रवार रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म पहले-पहले प्यार की कहानी बयां करती है। ऐसा प्यार जिसके लिए लड़का और लड़की पूरी दुनिया से लड़-मर जाने के लिए तैयार हो जाते हैं। यह मूवी पिछली कुछ पुरानी बॉलीवुड फिल्मों की तरह ही है जिसमें प्यार के बीच में अमीरी-गरीबी, जाति और पॉवर आ जाता है। फिल्म में रोमांस, कॉमेडी और पॉलिटिक्स का भरपूर तड़का है। इस मूवी के माध्यम से समाज के उस पक्ष पर कटाक्ष किया गया है जहां प्यार के पैमानें सामाजिक समीकरणों पर आधारित होते हैं। यह फिल्म 2016 में आई सुपरहिट मराठी फिल्म ‘सैराट’ की हिंदी रीमेक है।’धड़क’ में जाह्नवी के अलावा शाहिद कपूर के भाई ईशान खट्टर मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
कहानी :
कहानी उदयपुर से शुरु होती है। जहां मधुकर (ईशान खट्टर) मन ही मन पार्थवी (जाह्नवी कपूर) को पसंद करता है। कॉलेज के फर्स्ट ईयर में वो लगातार तीन बार फेल होता है ताकी वो पार्थवी के साथ एक ही क्लास में पढ़ सके। धीरे-धीरे पार्थवी भी उसे पसंद करने लगती है, लेकिन इन दोनों के प्यार के दुश्मन बन जाते हैं पार्थवी के पिता और उदयपुर के दबंग नेता रतन सिंह (आशुतोष राणा)। रतन सिंह किसी भी तरह विधानसभा चुनाव जीतना चाहते हैं।उसके लिए वो किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो जाते हैं। जैसी ही उन्हें अपनी बेटी के प्यार की खबर लगती है वो मधुकर के जान के दुश्मन बन जाते हैं। वहीं अपने प्यार के खातिर पार्थवी पूरी दुनिया के सामने मधुकर का ढाल बनकर खड़ी हो जाती है और अपने ही पिता पर बंदूक तान देती है। दोनों अपने प्यार को बचाने के लिए उदयपुर छोड़ मुंबई, नागपुर होते हुए कोलकाता बस जाते हैं। बस यहीं से शुरू होती हैं उनकी जिंदगी की जद्दोजहद। बदलते हालातों को देखकर उसके मन में ये बात घर करने लगती है कि क्या उसने मधु के साथ भागकर सही किया। फिल्म में ऐसे कई टर्निंग प्वाइंट आते हैं जो कहानी में नया टि्वस्ट पैदा कर देते हैं।
एक्टिंग:
फिल्म में शुरू से ही सबकी नजरें जाह्नवी कपूर पर टिकी होती है।जाह्नवी का मूवी में ऐसा किरदार है जिसे अपने सारे शेड्स दिखाने का मौका मिलता है। जहां एक तरफ उन्होंने फिल्म में भोली-भाली लड़की का रोल किया है तो वहीं दूसरी तरफ वो बाइक चलाने से लेकर गन चलाते तक देखा गया है। हालांकि उनकी एक्टिंग दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आई। बात करें ईशान खट्टर की तो ‘बियॉन्ड द क्लाउड्स’ के बाद उनकी यह दूसरी फिल्म है। मूवी में उनकी परफॉर्मेंस काफी एनर्जेटिक है। वहीं दबंग विधायक का किरदार निभा रहे आशुतोष राणा ने एक बार फिर से जबरदस्त अदाकारी की है। साथ ही मधुकर के दोस्तों का किरदार निभा रहे कलाकारों की एक्टिंग भी काफी अच्छी है।
निर्देशन एवं म्यूजिक:
फिल्म का निर्देशन शशांक खैतान ने किया है।उन्होंने उदपुर और कोलकाता का रंग बखूबी से फिल्म में डाला है। शशांक ने मराठी फिल्म ‘सैराट’ की रीमेक ‘धड़क’ में स्क्रीनप्ले में कई बड़े बदलाव किए हैं।हालांकि फिल्म की कहानी की तुलना अगर मराठी फिल्म ‘सैराट’ से करते हैं तो यह थोड़ी निराश करती है।फिल्म का फर्स्ट हाफ थोड़ा लंबा हो गया है।वहीं सेकंड हाफ में कहानी रफ्तार पकड़ती है। म्यूजिक की बात करे तो अजय-अतुल का म्यूजिक काफी सूदिंग है। फिल्म का टाइटल ट्रैक बहुत शानदार है साथ ही झिंगाट गाना भी काफी एंटरटेनिंग है।मूवी की सिनैमेटोग्राफी काफी उम्दा है।
क्यों देखे फिल्म:
‘धड़क’ के जरिए बॉलीवुड में एक नए जोड़े की एट्री हुई है। फिल्म में उदयपुर से लेकर कोलकाता की लोकेशन्स का खूबसूरती से इस्तेमाल हुआ है।कहानी कॉमेडी के साथ-साथ रोमांस और पॉलिटिकल समीकरणों के ईर्द-गिर्द बुनी गई है।फिल्म में जहां एक तरफ युवा दर्शको को थिरकने पर मजबूर कर देने वाल म्यूजिक है तो वहीं दूसरी तरफ जाह्नवी और ईशान की क्यूट केमिस्ट्री देखते ही बनती है। मधुकर के दोस्तों ने फिल्म में गजब का ह्यूमर क्रिएट किया है।