तालाब का पानी ओवरफ्लो होने से साथ लगती गलियों में भरा हुआ है। कुछ ग्रामीणों के मकानों में तो पानी भी घुस जाता है। गांव के हरी तोमर ने बताया कि बारिश होते ही गांव की गलियां पूरी तरह से पानी से भर जाती हैं। शिवराम सिंह तोमर के अनुसार गांव की गली में पानी भरा होने से ग्रामीणों को अपने मकानों के अंदर-बाहर जाने में परेशानी होती है। पानी से जबरदस्त बदबू आती है। इसके बीच निवास करना ग्रामीणों की मजबूरी बन गया है। कई बार तो तालाब से सांप-बिच्छू निकलकर उनके घरों में घुस जाते हैं। गांव के श्यामवीर, भुल्लन व अरविंद ने बताया कि मकानों के साथ पानी जमा होने से नींव कमजोर पड़ चुकी हैं। कुछ ग्रामीणों के मकानों की दीवारों में दरारें भी आ चुकी हैं। इससे हादसे की आशंका दिन-रात बनी रहती है। हरीश ने कहा कि दूषित पानी के चलते महामारी फैलने का डर भी बना हुआ है।
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत और अधिकारियों से बार-बार शिकायत करने के बावजूद समस्या के निदान पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पूर्व सरपंच नत्थीलाल उपाध्याय ने कहा कि तालाब के पानी की निकासी के लिए काफी बार प्रयास किया गया, लेकिन गांव के ही कुछ लोग हर बार रोड़ा अटका देते हैं। इसी के चलते अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
ग्राम पंचायत तुतवास के खांदकापुरा गांव में ंजो तालाब है उसमें पानी की निकासी न होने से ओवरफ्लो हो जाता है। प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए कई बार पहल की, लेकिन नाला निकालने में कोई सहयोग नहीं करता। पिछले वर्ष भी वहां प्रशासन ने जल निकासी के लिए गांव वालों से बात की लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। इसलिए बारिश होने पर नाला ओवरफ्लो होता है।
विकास भदौरिया, नायब तहसीलदार, अंबाह