हंगामा मुरैना कृषि उपज मंडी में सुबह शुरू हुआ जब सरकारी गोदामों पर यूरिया और डीएपी खाद के लिए किसानों पहुंच गए और लाइन में खड़े हो गए। घंटो लाइन में बिताने के बाद जब खाद के लिए टोकन मांगे तो उनसे कहा गया कि 2 दिसंबर को टोकन मिलेगें। उसके बाद किसानों ने हंगामा शुरू कर हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस पहुंच गई। बाद में मंडी के अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों ने किसानों को समझाकर मामला शांत कराया।
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भृष्टाचार करने वाले अधिकारी, कर्मचारी बख्से नहीं जाएंगे इससे पहले कैलारस में किसान अनाज मंडी में खाद वितरण केंद्रों पर जब दोपहर तक खाद वितरण नहीं हुआ तो किसानों के सब्र का बांध टूट गया और गुस्साएं किसानों ने एम एस रोड पहाडग़ड़ तिराहे पर जाम लगा दिया। प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जाम लगने की सूचना मिलते ही तहसीलदार कैलारस भरत कुमार व नगर निरीक्षक वेदेन्द्र कुशवाह मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे लेकिन किसान किसी भी हालत में मानने तैयार नही थे और दोपहर दो बजे से चार बजे तक सडक़ पर जाम लगाकर बैठे रहे।
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टाइगर स्टेट के वन मंत्री का बेतुका बयान कहा – साल में कम से कम 40-45 टाइगर मरने चाहिए किसानों में ग्रामीण महिला किसानों की संख्या भी काफी रही। प्रशासन को स्थिति को संभालने के लिए चिंनोनी, टेंटरा, पहाडग़ड़, जौरा थाने से पुलिस बल बुलाना पड़ा। मौके पर जौरा एसडीओपी मानवेन्द्र सिंह भी पहुंचे, काफी समझाया लेकिन किसान खाद दिलाने की मांग करते रहे। बाद में एसडीएम सबलगढ़ एल के पांडे ने जाम लगा रहे किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें शुक्रवार से खाद वितरण शुरू करने का आश्वासन दिया। तब जाकर किसानों ने जाम खोला।