मुरैना. जिले में पिछले कुछ दिनों से अपराधी हावी है, अभी तक बदमाश जनता की लूट व चोरी कर रहे थे, अब पुलिस के घर में घुसकर चोरी की संगीन वारदात को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस सोई हुई है। पुलिस के लिए शर्म की बात है कि जहां पुलिस व एसएएफ के हथियार रखे थे, वहां पर ताला टूट गया और चोर 268 कारतूस चोरी कर ले गए। पुलिस को सुबह जब पता चला तब कक्ष का ताला टूटा मिला। इस मामले में एसएएफ के सेकंड बटालियन के कमांडेंट राकेश सगर ने कंपनी कमांडर हरिमोहन शर्मा एवं पांचवी बटालियन के कमाडेंट रघुवंश भदौरिया ने कंपनी कमांडर राय सिंह जयंत को सस्पेंड कर दिया है। वहीं पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने क्वाटर गार्ड पर ड्यूटी पर लगे पांच पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंंड कर दिया है। पुलिस लाइन में जहां हर वक्त गार्ड ड्यूटी पर रहता है, वहीं से चोरी होना, बड़ा मामला है। पुलिस लाइन स्थित क्वाटर गार्ड जहां पुलिस विभाग के हथियार रखे रहते हैं। वहीं पर कोथ (जिसमें हथियार व कारतूस रखे जाते हैं) में एसएएफ की पांचवी बटालियन और सेकंड बटालियन के आम्र्स व कारतूस रखे हुए थे। 6-7 दिसंबर दरम्यानी रात को अज्ञात चोर ने कोथ का ताला तोडकऱ उसमें रखे पांचवी बटालियन के 140 कारतूस नाइन एमएम, सैकंड बटालियन के 58 कारतूस 7.62 एवं 70 कारतूस 9 एम एम के चोरी हो गए। सुबह जैसे ही कोथ के ताला टूटने की खबर मिली वैसे ही अधिकारियों के पैर तले जमीन खिसक गई। सबसे पहले मौके पर रक्षित निरीक्षक कनक सिंह चौहान, सूबेदार गजेन्द्र सिंह परिहार व अन्य स्टाफ मौके पर पहुंचा। उधर एसएएफ के अधिकारी भी आ गए। दिन भर हथियार व कारतूसों की गिनती चलती रही। देर शाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने घटना की ब्रीफिंग की। शहर के लोगों का कहना हैं कि पुलिस जब अपने हथियार व कारतूस की सुरक्षा नहीं कर पा रही है तो फिर आम आदमी की सुरक्षा की क्या उम्मीद करें। आई जी ने बनाई मीडिया से दूरी मुरैना में पिछले दो तीन महीने से अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं। आए दिन लूट, चोरी, फायरिंग, हत्या के मामले सामने आ रहे हैं। यह तो जनता के बीच की बात थी लेकिन अब तो अपराधी पुलिस के घर में घुसकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस हाथ पर हाथ रखे रह गई। पुलिस लाइन में चोरी की सूचना मिलते ही आई जी चंबल रेंज सुशांत सक्सेना ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। जैसे ही आईजी मौके पर पहुंचे तभी पुलिस लाइन का मुख्य गेट बाहर से बंद कर दिया और मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया, न ही आई जी ने मीडिया से बात की और सीधे निकल गए। पहले लगे होते सीसीटीवी कैमरा तो पकड़े जाते चोर जब आम आदमी के यहां चोरी होती है तो पुलिस पीडि़त व आसपास के लोगों को नसीहत देती है कि सीसीटीवी कैमरा लगवाना चाहिए और पुलिस स्वयं सीसीटीवी कैमरा नहीं लगवा सकी। अगर क्वाटर गार्ड पर सीसीटीवी कैमरा लगा होता तो चोर आसानी से पकड़े जा सकते थे। चोरी सिर्फ कारतूस ही ले गए हैं, उसमें हथियार भी रखे थे, वह भी जा सकते थे। मुरैना से भोपाल तक के अधिकारी पुलिस लाइन की चोरी को लेकर काफी चिंतित हैं। अब पुलिस विभाग ने पुलिस लाइन में कैमरे लगवा दिया हैं। कथन
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