इसके बाद रात करीब 2:30 बजे विधायक को फोन आया, जिसमें कार चालक ने अपना नाम जवान सिंह कंषाना बताते हुए कहा कि, वह सरपंच पुरुषोत्तम कंषाना (टीकरी गांव) का छोटा भाई है। इसके बाद फोन पर उसने सरपंच से बात भी करवाई। वहीं सरपंच ने विधायक से अपने भाई की गलती पर माफी मांगी।
जिंदा रहना है, तो पैसे भिजवा देना
कांग्रेस विधायक के पास इसके बाद रात करीब 2:30 बजे एक फोन आया, यहां फोन करने वाले ने अपना नाम जवान सिंह कंषाना बताया और ये भी कहा कि मैं वही हूं, जिसने तुम्हारी कार में कट मारी थी। यदि तुझे जिंदा रहना है, तो मुझे पैसे भिजवा देना। ऐसे में विधायक द्वारा विरोध करने पर फोन करने वाले व्यक्ति ने गालियां देनी शुरु कर दीं। इसके बाद विधायक की रिपोर्ट पर कोतवाली थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
राजनीतिक षड्यंत्र तो नहीं!
विधायक के अनुसार उन्हें मारने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन वह बाल-बाल बच गए। उन्होंने यह भी कहा है कि वे जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा करेंगे कि इस षड्यंत्र में कौन-कौन लोग शामिल थे। वहीं जब विधायक से पूछा गया कि क्या ये कोई राजनीतिक षड्यंत्र तो नहीं है? इस पर उन्होंने कहा है कि अपराधी किसी भी जाति का हो सकता है राजनेता तो हर अपराधी को संरक्षण दे रहे हैं, साथ ही सरकार में बैठे लोग लगातार अपराधियों को बढ़ावा भी दे रहे हैं।