इधर, सरपंच हरदेव ने पोरसा थाने में अंबाह एसडीओपी रवि भदौरिया से भी मुलाकात की और उन्हें बताया कि मैं गांव से अपना घर छोड़कर नहीं गया था बल्कि अपने बेटे का सामान उसकी ससुराल गोहद में रखने गया था। सरपंच हरदेव बाल्मीकि ने अपने ही गांव में रहने वाले बड़े उर्फ दिवाकर तोमर और पिंकू उर्फ धीरेंद्र तोमर के ऊपर मारपीट करने, पंचायत में काम न करने देने और पेड़ से बांधकर पीटने सहित गांव छोड़ने का आरोप लगाया था।
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