ऊंट की सवारी और सनसेट का नजारा देखा
चंबल के कढ़ावना घाट पर पर्यटकों ने जहां सनसेट का शानदार नजारा देखा। वहीं पारंपरिक परिधान पहनकर ऊंट की सवारी का भी आनंद उठाया। बता दें कि बीहड़ सफारी का मैनेजमेंट कर रही कंपनी ने टूरिस्ट के लिए चाट-पकौड़ी, स्थानीय व्यंजन जैसे दाल-टिक्कर जैसे लजीज भोजन की स्टॉल भी लगाई थी।
देशभर से आने वाले टूरिस्ट अब ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से एक हजार रुपए शुल्क देकर इसकी बुकिंग करा सकेंगे। इस टूर में टूरिस्ट को झुंडपुरा नगर पंचायत होते हुए ग्राम पंचायत कढ़ावना ले जाया जाएगा। यहां से कबीर धाम होते हुए बीहड़ सफारी कराई जाएगी।
ज्ञात हो कि चंबल के क्षेत्रों में सबसे खास बात ये है कि यहां रेत का अवैध उत्खनन होता था, ऐसे में अब यहां बीहड़ सफारी रोजगार मुहैया कराएगी। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार स्थानीय युवाओं को ही यहां पर्यटकों को यहां के इतिहास के साथ ही महत्व की चीजें बताने के लिए गाइड भी बनाया जाएगा। खास बात ये है कि पर्यटकों के लिए डकैतों की ड्रेस व नकली बंदूकें रहेंगी, जिसे पहनकर पर्यटक बीहड़ में फोटो सेशन करा सकते हैं।