mp news: मध्यप्रदेश के मुरैना में पुलिस ने अभिषेक लोधी मर्डर केस का खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो युवतियां हैं जबकि तीसरा उन दोनों का बॉयफ्रेंड है। अभिषेक लोधी मर्डर केस किसी क्राइम सीरियल की स्टोरी की तरह हैरान कर देने वाला है। जो आरोपी हैं उन्होंने पूरी प्लानिंग के तहत अभिषेक को जाल में फंसाया और फिर फिरौती के लिए उसे बंधक बनाया। जब पैसे नहीं मिले तो उसकी हत्या कर दी और फिर भी अभिषेक के पिता से फिरौती की मांग करते रहे। हालांकि आरोपी ज्यादा दिनों तक पुलिस को गुमराह नहीं कर सके और पुलिस ने उनका पर्दाफाश कर दिया।
ग्वालियर में किराए का कमरा लेकर पढ़ाई करने वाले पोरसा के रहने वाले अभिषेक लोधी की लाश 14 दिसंबर को दिमनी थाना इलाके मे नहर के पास मिली थी। अभिषेक का शव एक महिला के स्टॉल से बंधा हुआ था और यही स्टॉल पुलिस के लिए अहम सुराग बना और कानून के लंबे हाथ कातिलों तक पहुंच गए। दरअसल जिस वक्त अभिषेक की लाश मिली तभी पुलिस को मौके पर एक संदिग्ध युवक दिखा जिसने गले में ठीक वैसा ही कपड़ा डाला हुआ था जिससे अभिषेक बंधा हुआ था।
पुलिस ने संदिग्ध युवक पर नजर रखनी शुरू की तो पाया कि संदिग्ध युवक का नाम मुकेश लोधी पता चला जो कि मुरैना शहर में अपनी एक गर्लफ्रेंड के साथ लिव इन में रह रहा था। पुलिस ने मुकेश के साथ रहने वाली उसकी गर्लफ्रेंड को पकड़ा तो उसने अपना नाम शशि लोधी बताया। इतना ही नहीं उसने अभिषेक के कत्ल की पूरी गुत्थी ही सुलझा दी। शशि ने बताया कि मुकेश की एक और गर्लफ्रेंड है जिसका नाम काजल है जिसके जरिए मुकेश ने अभिषेक को पहले प्यार के जाल में फंसवाया और फिर मार डाला।
पुलिस के मुताबिक आरोपी मुकेश लोधी टैक्सी चलाता था और शशि और काजल दोनों ही गर्लफ्रेंड का खर्चा भी उठाता था। लेकिन ऑनलाइन गेम के चक्कर में वो लाखों रूपए हार गया इसके बाद उसने फिरौती के जरिए पैसा कमाने का प्लान बनाया। इसके लिए उसने काजल की फेक आई डी बनवाई और फिर उसके जरिए अभिषेक से दोस्ती कर उसे प्यार के जाल में फंसवाया। 11 दिसंबर को काजल ने अभिषेक को मिलने के लिए अपने कमरे पर बुलाया जहां पहले से ही मुकेश और शशि मौजूद थे। उनका प्लान अभिषेक के परिजन से फिरौती के रूप में मोटी रकम ऐंठना था।
जब अभिषेक काजल से मिलने कमरे पर पहुंचा तो काजल ने चाय में नींद की गोलियां मिलाकर उसे पिला दीं जिससे वो बेहोश हो गया। इसके बाद काजल, मुकेश और शशि तीनों ने मिलकर उसे बांध दिया। जब वो होश में आया तो उससे पैसों की मांग करने लगे लेकिन अभिषेक शोर मचाने लगा जिससे तीनों डर गए और अभिषेक के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। कुछ देर बाद ही दम घुटने से अभिषेक की मौत हो गई।
अभिषेक को मारने के बाद मुकेश ने उसका मोबाइल अपने पास रख लिया और ग्वालियर से किराए पर कार लेकर आया। 12-13 दिसंबर की दरम्यानी रात तीनों ने अभिषेक की लाश को कार में डाला और दिमनी क्षेत्र में महेबा का पुरा के पास नहर में फेंक दिया। मुकेश लोधी इतना शातिर है कि उसने अभिषेक की हत्या करने के बाद उसके ही फोन से अभिषेक के पिता को मैसेज किया। जिसमें लिखा कि जिसने अभिषेक को मरवाया है वो परदूपुरा का रहने वाला है। अगर बेटे के हत्यारे का नाम जानना चाहते हो तो 5 लाख रुपए अभिषेक के अकाउंट में ट्रांसफर कर दो। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर उनके पास से अभिषेक का मोबाइल भी बरामद कर लिया है।