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एमपी के कृषि मंत्री के क्षेत्र में कहीं गल्ला मंडी नहीं, 115 करोड़ में बने आसन बैराज में पानी ही नहीं

MP Minister’s Report Card : कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने खुद की यानी सुमावली विधानसभा में गल्ला मंडी नहीं। 25 लाख से बना तहसील भवन 6 साल से खाली पड़ा है। 6 साल पहले बनकर तैयार हुए 115 करोड़ से निर्मित आसन बैराज में पानी नहीं भरा है। क्षेत्र में बढ़ रहा सिचाई का संकट।

मोरेनाDec 27, 2024 / 05:14 pm

Faiz

MP Minister’s Report Card : मध्य प्रदेश की मोहन सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। सरकार एक ओर जहां अपनी उपलब्धियां गिना रही है, वहीं उनके ही मंत्रिमंडल के मंत्रियों की खुद की विधानसभा में जनता को उनके ही विभागों की सुविधाएं और योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मध्य प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना के विधानसभा क्षेत्र मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा क्षेत्र में भी किसानों की स्थिति बदतर है। यहां कृषि मंडी, सिचाई सुविधा समेत खाद-बीज का संकट है। जानिए कृषि मंत्री ने एक साल में अपने क्षेत्र के लिए क्या घोषणाएं की और उनकी जमीनी हकीकत क्या है…।

विधानसभा चुनाव से अधूरे पड़े हैं 116 करोड़ के काम

1-आसन बैराज : साल 2018-19 में 116 करोड़ की लागत से आसन नदी पर 23 मिलियन क्यूबिक क्षमता वाला आसन बैराज तैयार हुआ। लेकिन 6 साल बीतने के बाद भी इस बैराज में पानी नहीं भरा जा सका है।
2-25 लाख की लागत से उपतहसील भवन बनकर 6 साल से खाली पड़ा है। नायब तहसीलदार, तहसीलदार के जौरा बैठने की वजह से 60 से अधिक गांव के लोगों को खसरा-खतौनी, नामांकन जैसे छोटे-मोटे कामों के लिए भी 17 किमी दूर जौरा के चक्चर लगाने पड़ रहे हैं।
3-85 लाख की लागत से कृषि उपज मंडी के नए भवन का शिलान्यास के बाद भी निर्माण नहीं हुआ है।

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विधानसभा चुनाव में किए गए वादे अबतक अधूरे हुआ कुछ नहीं

1-खेल स्टेडियम बनाने के लिए सुमावली से एक किमी दूर जमीन चिन्हित की गई, लेकिन अबतक निर्माण शुरु नहीं हुआ।

2-2020 में मालनपुर से नूराबाद-टेकरी-करहधाम-सुमावली होते हुए छैरा-एमएस रोड तक सड़क बनाई गई। लेकिन बीच में पड़ने वाली आसन नदी पर पुल नहीं बनने से यह रास्ता भी अनुपयोगी पड़ा हुआ है। जबकि पुल निर्माण का भूमिपूजन 12 साल पहले खुद कृषिमंत्री ने ही विधायक रहते हुए किया था।
सुमावली कस्बे में डिग्री कॉलेज सीएम राइज स्कूल कन्या हाईसेकेडी स्कूल, रेस्ट हाउस जैसी सुविधा भी नहीं है।

-किसान बोले: कृषि मंत्री हमारे क्षेत्र से फिर भी नहीं मिल रहा खाद सुमावली विधानसभा मुख्यालय पर रहने वाले किसान सोनेराम यादव बताते हैं कि कुल 3 सोसाइटियां हैं निटहरा, सुमावली और मैनाबसई। 2 लाख 56 हजार मतदाता वाली विधानसभा में पुरुष आबादी 1 लाख 40 हजार है। कृषि बहुल क्षेत्र में किसानों की संख्या 70 हजार के करीब है। 70 हजार किसानों के लिए तीन सोसाइटियों के जरिए कुल 155 टन उर्वरक बांटा गया। जिसमें 45 टन डीएपी, 75 टन यूरिया और 35 टन एएसपी शामिल है। किसान वकील सिंह गुर्जर का कहना है कि सुमावली क्षेत्र के किसानों को जौरा-मुरैना के खाद वितरण केंद्रों पर 4-4 दिन लाइन में लगकर धक्के खाने पड़े।

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