morena lok sabha seat : मध्यप्रदेश की तीन बची हुई सीटों पर कांग्रेस ने शनिवार को प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। मुरैना लोकसभा सीट से कांग्रेस ने सत्यपाल सिकरवार को प्रत्याशी बनाया है लेकिन उनके नाम का ऐलान होने के बाद कांग्रेस में ही उनका विरोध शुरू हो गया है। श्योपुर की विजयपुर सीट से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने प्रत्याशी चयन को लेकर सवाल उठाए हैं और मीडिया से बात करते हुए प्रत्याशियों पर भी जमकर तंज कसे हैं।
सत्यपाल सिकरवार को मुरैना लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने खुलकर तो नहीं लेकिन तंज कसते हुए विरोध किया है। उन्होंने साफ साफ कुछ नहीं कहा लेकिन इशारों-इशारों में ही बहुत कुछ गए। दऱअसल जब मीडिया ने मुरैना सीट प्रभारी रामनिवास रावत से तीन सीटों पर हुए प्रत्याशियों के ऐलान को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि पार्टी ने बड़ी मेहनत की है और माइक्रो परीक्षण कर प्रत्याशी ढूंढे हैं और ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं जो कि न केवल खुद जीतेंगे बल्कि दो-चार सीटें भी जिताएंगे। इस प्रकार से कांग्रेस की स्थिति इस बार बेहद अच्छी रहने वाली है। रामनिवास रावत यहीं नहीं रुके उन्होंने तंज कसते हुए आगे कहा कि जिन लोगों को टिकट मिला है उन्हें शायद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आवश्यकता नहीं है। जो प्रत्याशी आए हैं वो जीतने वाले प्रत्याशी हैं बिना किसी के सहयोग से जीतने वाले प्रत्याशी हैं। रावत ने ये भी कहा कि जिस दिन कांग्रेस के नेता कार्यकर्ताओं से पूछकर निर्णय लेने लगेंगे उस दिन पार्टी में जान आ जाएगी पार्टी सुधर जाएगी। इतना ही नहीं मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट के प्रभारी रामनिवास रावत ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से मांग की है की वो उन्हें मुरैना सीट के प्रभार से हटा दें। बता दें कि शनिवार को ही कांग्रेस ने मुरैना सीट पर सत्यपाल सिकरवार, खंडवा सीट पर नरेन्द्र पटेल और ग्वालियर सीट पर पूर्व विधायक प्रवीण पाठक को प्रत्याशी घोषित किया है।
कांग्रेस से मुरैना प्रत्याशी बनाए गए सत्यपाल सिंह सिकरवार पहले भाजपा के विधायक रह चुके हैं। 2020 में अनुशासनहीनता के आरोप में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उन्हें हटा दिया था। बताया जाता है कि सत्यपाल सिकरवार को तब विधानसभा के उपचुनाव में बड़ा मलहरा विधानसभा क्षेत्र में तैनात किया गया था, लेकिन, उन्होंने पार्टी के आदेश का पालन नहीं किया, जिसके चलते पार्टी ने उनके खिलाफ कार्रवाई की थी।