मुरैना. कर्ज के बोझ तले दबे एक और किसान ने यहां सल्फास खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। दिमनी विधानसभा के तहत घुसगवां में रहने वाले किसान पर साहूकारों, बैंक व बिजली बिल का तकरीबन पांच लाख रुपए बकाया था। हर तरफ से कर्ज चुकाने का दबाव भी था। इसलिए उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घुसगवां निवासी मनीराम बघेल (50) ने शुक्रवार की शाम तकरीबन सात बजे अपने खेत पर सल्फास खाया। आठ बजे वह उल्टियां करता हुआ घर आया, तब परिजन को पता चला कि उसने जहर खा लिया है। लिहाजा वे उसे लेकर जिला अस्पताल की ओर चले, लेकिन रात नौ बजे जब उसे यहां लाया गया, तब तक वह दम तोड़ चुका था। बताया गया है कि मनीराम बघेल पर लगभग ५० हजार रुपए बैंक का ऋण था, जबकि 4 लाख रुपए के आसपास उसने इधर-उधर से उधार ले रखे थे। यही नहीं, मनीराम पर बिजली के बिल का भी कुछ पैसा बकाया था। लेनदार उस पर लगातार पैसा लौटाने का दबाव बना रहे थे। इसलिए वह परेशान था। कर्जदारों से निपटने का कोई और उपाय नहीं सूझा तो मनीराम ने सल्फास खाकर खुदकुशी कर ली। हालांकि अधिकृत तौर पर फिलहाल इस मामले में कोई बयान नहीं आया है। उधर पुलिस ने इस सिलसिले में मर्ग कायम कर, मामले को जांच में ले लिया है। कथन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि मृतक किसान मनीराम बघेल पर कितना कर्ज है। अभी इस बारे में पता किया जा रहा है। प्रदीप सिंह तोमर, एसडीएम, मुरैना