शासकीय आवासों को सीवर लाइन से नहीं जोड़ा, भर रहा गंदा पानी
मुरैना. कमिश्नर कॉलोनी के शासकीय आवासों को सीवर लाइन से नहीं जोड़ा गया है। इसके चलते गंदा पानी सरकारी आवासों में भर रहा है। आवासों में रह रहे सरकारी कर्मचारियों ने पूर्व में चार बार अधिकारियों को ज्ञापन दिया जा चुका है और दो बार सीएम हेल्पलाइन लगाई जा चुकी है, उसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई है।
यहां बता दें कि जी-टाइप एवं आई-टाइप आधा सैकड़ा से अधिक आवासों के पीछे गंदी गली में जल निकास है। जबकि सीवर लाइन आवासों के आगे डाल दी है। यहां सीवर लाइन गंदी गली में डालनी थी जिससे सीवर के कनेक्शन प्रोपर होते। लेकिन यहां आवासों के आगे सीवर लाइन तो डाल दी है लेकिन जल निवासी आवासों के पीछे होने से कनेक्शन अभी तक नहीं हो सकें हैं। आवासों के पीछे गंदी गली में वर्षों से सफाई न होने के कारण पानी इक_ा होकर घरों में घुस रहा है। जिससे सरकारी आवास धराशाही होने की स्थिति में पहुंच गए हैं। जो कभी भी गिर सकते हैं। गंदी गली में सी.सी. खरंजा रोड बनाकर उसमें सीवर लाइन डाल दी जाए तो वहां गंदगी पूरी तरह समाप्त हो सकती है। गंदगी के चलते हर समय दुर्गंध आती रहती है और बारिश के समय विषैले कीड़ों का डर रहता है।
सीएम हेल्पलाइन की बंद कराई शिकायत …..
कमिश्नर कॉलोनी निवासी मुन्नालाल शर्मा द्वारा २० जुलाई 2021 को सीएम हेल्पलाईन के माध्यम से शिकायत कर सीवर लाईन डालकर जल निकास करने तथा सी.सी. खरंजा रोड बनाने की मांग की गयी थी। जिसकी शिकायत क्रमांक 14739732 थी, उसको नगर निगम ने गलत जवाब भेजकर बंद करा दिया। तब दोबारा शिकायत की गई है।
चंबल कमिश्नर ने लिखा पत्र…….
चंबल संभाग के कमिश्नर ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। उसमें उल्लेख किया है कि कमिश्नर कॉलोनी के कर्मचारी मुन्नालाल शर्मा ने जनसुनवाई में प्रस्तुत आवेदन पत्र में कमिश्नर कॉलोनी बीटीआई रोड मुरैना पर बने जी टाइप एवं आई टाइप आवासों के पीछे जल निकास सीवर डालकर निकालने एवं सी.सी. खरंजा कर रोड बनाये जाने का लेख किया गया। आवेदन पत्र मूलत: आपकी ओर प्रेषित कर लेख है कि उक्त संबंध में की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तत्काल इस कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
फैक्ट फाइल
– ६० के करीब हैं शासकीय आवास।
– २० प्राइवेट आवास भी हो रहे हैं प्रभावित।
– ०८ माह पूर्व डाली गई थी आवासों के आगे सीवर लाइन।
– ०४ बार वरिष्ठ अधिकारियों को दे चुके हैं कर्मचारी आवेदन।
– ०२ बार लगाई जा चुकी है सीएम हेल्पलाइन।