जेयू व शासन के स्पष्ट आदेश हैं कि केन्द्रों पर परीक्षा शुरू होने से पूर्व सीसी कैमरे आवश्यक रूप से लगाए जाएं लेकिन मुरैना जिले के सरकारी कॉलेजों में तो परीक्षा से पूर्व कैमरे लगाए जा चुके हैं लेकिन निजी कॉलेजों में कैमरे बंद हैं। दरअसल नकल माफिया की सोच है कि कैमरे लगाने के बाद परीक्षा में नकल पूरी तरह से बंद करना पड़ेगी।
शुक्रवार को पोरसा के एक निजी कॉलेज का वीडियो वायरल हुआ जिसमें छात्र छात्राएं टेबल पर सीरीज रखकर खुलेआम नकल कर रहे हैं। इससे पूर्व मुरैना के एक निजी कॉलेज में सीरीज से नकल करते हुए वीडियो वायरल हो चुका है। वहीं मुरैना के नायकपुरा में एक निजी कॉलेज का परीक्षा केन्द्र शासकीय हायरसेकेंडरी स्कूल में रखा गया है। वहीं मुरैना शहर के नेशनल हाइवे क्रमांक 44 पर स्थित निजी कॉलेज के परीक्षा केन्द्रों पर भी नकल हो रही है।
विश्व विद्यालय के स्पष्ट निर्देश हैं कि अगर केन्द्र पर फर्नीचर नहीं हैं तो बाजार से किराए पर लिया जा सकता है लेकिन जमीन पर परीक्षाएं नहीं कराईं जाएं। इसके बाद भी कैलारस के एक निजी कॉलेज में जमीन पर बैठकर छात्र छात्राएं परीक्षा दे रहे हैं, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इसी तरह बानमोर गांव के शासकीय कॉलेज में टेंट लगाकर परीक्षाएं कराई जा रही हैं।
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कैलारस में कॉलेज संचालकों की आपसी खींचतान के चलते शुक्रवार को नकल नहीं चल सकी। एक निजी कॉलेजों का परीक्षा केन्द्र कैलारस के शासकीय कॉलेज में पड़ा है। वहां अतिथि विद्वानों ने नकल कराने से हाथ खड़े कर दिए और कहा कि हम क्यों रिस्क लें। इसके चलते एक निजी कॉलेज के संचालक ने इसलिए विरोध कर दिया कि हमारे छात्र छात्राएं नकल नही करपाएंगें तो कोई भी नहीं। कॉलेज संचालक ने विरोध करते हुए हंगामा कर दिया और नकल नहीं चल सकी। इसके चलते नकल माफिया के बीच हडक़ंच मचा हुआ है।
केन्द्रों पर परीक्षा से पूर्व कैमरा लगाना अनिवार्य था, अगर मुरैना के निजी कॉलेजों में कैमरे नहीं लगाए हैं तो गलत है। फिर से कैमरे लगाने के निर्देश जारी करते हैं। नकल रोकने के लिए केन्द्राध्यक्षों को अपनी भूमिका निभानी होगी, तभी नकल रुक सकती है। फिर भी हम लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
-अविनाश तिवारी, कुलपति, जेयू