सेलरी के बदले सेक्स की डिमांड
सिविल सर्जन गजेन्द्र तोमर के खिलाफ शिकायत लेकर अपर कलेक्टर के पास पहुंची स्टाफ नर्सों ने बताया कि उनका 4 महीने का वेतन रोक दिया गया है। जब वेतन के बारे में बाबू होशियार सिंह के पास गईं तो उसने साफ साफ कहा कि सभी को सिविल सर्जन गजेन्द्र तोमर की बात माननी पड़ेगी वरना सैलरी नहीं मिलेगी। सिविल सर्जन गजेन्द्र तोमर पर नर्सों ने आरोप लगाया है कि वो शराब के नशे में हमसे फोन पर बातें करने और अश्लील काम करने के लिए कहते हैं। ये भी कहा है कि सैलरी चाहिए तो उनके साथ सेक्स करना होगा। सिविल सर्जन की मानसिक प्रताड़ना और अश्लील हरकतों से वो तंग आ चुकी हैं।
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गर्भवती नर्स से भी की डिमांड
शिकायत करने पहुंची एक स्टाफ नर्स ने बताया कि वो 5 महीने की गर्भवती है लेकिन इसके बावजूद सिविल सर्जन ने उससे अश्लील काम करने की बात कही। इतना ही नहीं नर्स ने ये भी आरोप लगाया है कि सिविल सर्जन गजेन्द्र तोमर कर्मचारियों से भी कहते हैं कि नर्सिंग स्टाफ से अश्लील बातें किया करो। पीड़ित नर्सों ने सिविल सर्जन के साथ-साथ बाबू होशियार सिंह पर भी सेक्स की डिमांड करने का आरोप लगाया है।