एमपी यूपी को जोडऩे के लिए यूपी सरकार के कॉन्ट्रेक्ट के आधार पर ठेकेदार ने एक महीने बाद चंबल नदी पर पैंटून बांधकर पुल तैयार किया। दोनों किनारों, उसैद घाट और पिनाहट घाट पर पैंटून पुल से भारी चार पहिया वाहनों का गुजरना प्रतिबंध किया गया है। इसके बाद भी पुल से ओवरलोडिंग वाहन बेखौफ गुजर रहे हैं। पुल की अधिकतम भार क्षमता 5 टन है, फिर भी यहां से 20-25 टन के वाहन गुजारे जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप हैं कि प्रतिबंध के बाद भी कर्मचारी सुविधा शुल्क लेकर रोजाना ओवरलोड भारी वाहनों को निकाल रहे है। जर्जर पुल के स्लीपर से रोजाना करब और ईंट के ओवरलोड ट्रैक्टर भी निकल रहे हैं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मप्र की सीमा में भारी वाहनों को रोकने के लिए अभी तक गर्डर तक नहीं लगाया गया है।
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नहीं बदले जर्जर स्लीपर
पैंटून पुल के स्लीपर पुराने हैं। बिछाए गए जर्जर स्लीपर अभी तक नहीं बदले गए हैं। कई जगह पुल पर बिछाए गए स्लीपरों में दो-तीन फीट का गहरा गैप है। इसमें पैदल यात्री घुसने पर सीधे नदी में जा सकता है। कर्मचारियों की लापरवाही की चलते बड़ा हादसा हो सकता है।
नहीं बदले जर्जर स्लीपर
पैंटून पुल के स्लीपर पुराने हैं। बिछाए गए जर्जर स्लीपर अभी तक नहीं बदले गए हैं। कई जगह पुल पर बिछाए गए स्लीपरों में दो-तीन फीट का गहरा गैप है। इसमें पैदल यात्री घुसने पर सीधे नदी में जा सकता है। कर्मचारियों की लापरवाही की चलते बड़ा हादसा हो सकता है।
पैसा दो और ले जाओ मवेशी
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल से 1600 रुपए प्रति मैक्स पुलिस और 100 रुपए प्रति मैक्स पुल कर्मचारियों के नाम वसूले जाते हैं। रात के अंधेरे में पुल से रोजाना 50 से 60 गाडिय़ां निकलती हैं। लोडिंग वाहन में भूसे की तरह 8 से 10 भैंसें भरी जाती हैं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल से 1600 रुपए प्रति मैक्स पुलिस और 100 रुपए प्रति मैक्स पुल कर्मचारियों के नाम वसूले जाते हैं। रात के अंधेरे में पुल से रोजाना 50 से 60 गाडिय़ां निकलती हैं। लोडिंग वाहन में भूसे की तरह 8 से 10 भैंसें भरी जाती हैं।
छोटे वाहनों के लिए बनाया था पुल:
उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश को जोडऩे वाले पैंटून पुल को छोटे वाहनों जैसे कार, जीप, बाइक के लिए शुरू किया गया है। यहां से बड़े और भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। फिर भी जर्जर पुल से बड़े और भारी वाहन खुलेआम निकाले जा रहे हैं। ठेकेदार और स्थानीय लोगों के संरक्षण में यह खेल चल रहा है। यह हालात तब हैं जब पैंटून पुल पूरी तरह से जर्जर है।
उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश को जोडऩे वाले पैंटून पुल को छोटे वाहनों जैसे कार, जीप, बाइक के लिए शुरू किया गया है। यहां से बड़े और भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। फिर भी जर्जर पुल से बड़े और भारी वाहन खुलेआम निकाले जा रहे हैं। ठेकेदार और स्थानीय लोगों के संरक्षण में यह खेल चल रहा है। यह हालात तब हैं जब पैंटून पुल पूरी तरह से जर्जर है।
अंबाह के एसडीएम अरविंद माहौर के अनुसार गोवंश तस्करी से जुड़े कुछ साक्ष्य सामने आए हैं। अंबाह, महुआ व नगरा थाना प्रभारियों को निर्देश देंगे कि हर हाल में गोवंश तस्करी को रोकें। साथ ही अंबाह में भी अधिकारियों से बात करते हैं।
इधर अंबाह के एसडीओपी रवि भदौरिया बताते हैं कि उसैद-पिनाहट घाट पुल से जानवरों से भरे भारी वाहनों के गुजरने की सूचना मिली है। संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी को बोलकर पुल पर बड़े और भारी वाहनों का आवागमन रोकने के लिए पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।