पीड़िता ने एसपी के यहां लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता ने अपने पति, देवर, जेठ, सास और ससुर समेत 6 लोगों पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर एसपी ने कोतवाली सिविल लाइंस कोतवाल को आदेश दिए हैं। फिलहाल कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। तारीख 16 5 2013 को जितेंद्र सैनी कोतवाली स्वार इलाके के युवक से मेरी शादी हुई थी। उस वक्त मेरे पिता ने तकरीबन ₹400000 शादी में खर्च किए थे । लेकिन उसके बाद से मेरा पति दिलीप सिंह और सास भगवती जेठ हरि ओम देवर कमल सिंह मुझसे डेढ़ लाख रूपय की मांग करने लगे ,साथ ही एक Alto कार मांगने लगे । नहीं देने पर तारीख 2 8 2015 को 11:00 बजे मुझे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया ।तब मैंने आरोपी पति समेत देवर जेठ सास-ससुर के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा किया, मुकदमा फाइनल स्टेज पर नहीं आया की तारीख 18 2018 को मेरे पति देवर जेठ ससुर मेरे मायके आए और वहां आकर उन्होंने घिनौनी हरकत को अंजाम दे दिया, जिसको लेकर मैंने एसपी के यहां प्रार्थना पत्र दिया है। उन्हीं के आदेश पर कोतवाली सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज हुआ है।
पीड़िता ने अपने पति, देवर, जेठ, सास और ससुर समेत 6 लोगों पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं। इन आरोपों को लेकर एसपी ने कोतवाली सिविल लाइंस कोतवाल को आदेश दिए हैं। फिलहाल कोतवाली सिविल लाइंस पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। तारीख 16 5 2013 को जितेंद्र सैनी कोतवाली स्वार इलाके के युवक से मेरी शादी हुई थी। उस वक्त मेरे पिता ने तकरीबन ₹400000 शादी में खर्च किए थे । लेकिन उसके बाद से मेरा पति दिलीप सिंह और सास भगवती जेठ हरि ओम देवर कमल सिंह मुझसे डेढ़ लाख रूपय की मांग करने लगे ,साथ ही एक Alto कार मांगने लगे । नहीं देने पर तारीख 2 8 2015 को 11:00 बजे मुझे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया ।तब मैंने आरोपी पति समेत देवर जेठ सास-ससुर के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा किया, मुकदमा फाइनल स्टेज पर नहीं आया की तारीख 18 2018 को मेरे पति देवर जेठ ससुर मेरे मायके आए और वहां आकर उन्होंने घिनौनी हरकत को अंजाम दे दिया, जिसको लेकर मैंने एसपी के यहां प्रार्थना पत्र दिया है। उन्हीं के आदेश पर कोतवाली सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज हुआ है।
हालांकि, जब आरोपी पक्ष से बात की गई तो पीड़िता के पति ने बताया कि मामला कोर्ट में चल रहा है। खर्चे को लेकर उसने दावा किया है। हाल में ही जो FIR हमारे खिलाफ कोतवाली सिविल लाइंस में दर्ज करवाई है, वह झूठी है। पुलिस जांच में यह स्पष्ट हो जाएगा कि आरोप लगाने वाली मेरी पत्नी एक नंबर की झूठी है। बरहाल सच किया और क्या झूठ, यह तो पुलिस की तफ्तीश रिपोर्ट से ही पता चल पाएगा कि पीड़िता की ओर से लगाए गए आरोपों में कोई सत्यता है, या फिर उसने अपने पति को फंसाने के लिए यह झूठा केस दर्ज करवाया है। अगर सत्यता है और पुलिस की तफ्तीश में सबूत मिलते हैं तो ये बहुत ही शर्मनाक घटना मानी जाएगी। इसके साथ ही आरोपियों का बचना भी मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि सभी पर संगीन अपराधों में मुकदमा दर्ज किया गया है।