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जानकरी के मुताबिक ओमकेश ठाकुरद्वारा के दुल्हेपुर अमानताबाद का रहने वाला है। उसकी शादी बिजनौर निवासी रीनादेवी उर्फ रानी से 17 वर्ष पूर्व हुई थी। दो बच्चे मंजीत और मनू हैं, दोनों जुड़वा हैं। ओमकेश के पिता रामपाल सिंह शिक्षक थे। वह सेवानिवृत हो चुके हैं। वह कैंसर की समस्या से जूझ रहे हैं। डाक्टरों ने उन्हें बिना मिर्च मसाले का भोजन करने की सलाह दी है। ओमकेश ने पत्नी रानी से सादा खाना बनाने को कहा तो उसने इनकार कर दिया। परेशान होकर ओमकेश के माता-पिता घर छोड़कर दूसरे मकान में अकेले रहने लगे। यह बात ओमकेश को नागवार गुजरी। उसने पत्नी की हत्या की योजना बनाई। ससुराल बिजनौर में रहने वाले दोस्त सुनील उर्फ काकू से तीस हजार रुपए में सौदा किया। योजना के मुताबिक सुनील उर्फ काकू ठाकुरद्वारा आ गया। वह बिजनौर से साथ में नींद की गोलियां लेकर आया था। रात में चाय में देवी उर्फ रानी को गोलियां दे दीं। इसके बाद रात में आराम से गला घोंटकर हत्या कर दी। खुद बेहोशी का नाटक करके अस्पताल में भर्ती हो गया।