सपा की राह हो सकती है मुश्किल
हाफिज वारिस के चुनावी मैदान में आने से कुंदरकी सीट पर उपचुनाव में प्रत्याशियों के बीच में जबरदस्त टक्कर हो सकती है। ओवैसी पिछले कई सालों से लगातार आते जाते रहते हैं। ओवैसी की साख यहां काफी बेहतर बताई जाती है। हो सकता है कि ओवैसी के उम्मीदवार की घोषणा के बाद सपा के लिए मुश्किल थोड़ी बढ़ जाए। कुंदरकी में उपचुनाव के लिए अब तक 32 दावेदारों ने 39 पर्चे खरीदे हैं। सपा और भाजपा ने अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। समाजवादी पार्टी ने अब तक नहीं खोले पत्ते
आपको बता दें कि बसपा ने भी यहां से मुस्लिम प्रत्याशी रिफाकत उल्लाह उर्फ नेता छिद्दा को मैदान में उतारा है जबकि आजाद समाज पार्टी ने हाजी चांद बाबू को उम्मीदवार बनाया है। कुल मिलाकर कुंदरकी सीट पर अब तक तीन राजनीतिक दलों ने मुस्लिम प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। संभावना है कि समाजवादी पार्टी भी इस सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी को उतार सकती है। सपा से पूर्व सांसद एसटी हसन का नाम इस लिस्ट में शामिल किया जा सकता है। मुस्लिम प्रत्याशियों की अधिकता के चलते वोट बंट सकते हैं और इससे सपा को परेशानी आ सकती है।