तीन दिन पहले एटीएस की एक टीम ने उसके घर से तीन मोबाइल फोन और लैपटाप जब्त किए। फोन में कई देश विरोधी एजेंडे मिले। उधर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त अहमद रजा के पकड़े जाने के बाद स्थानीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों की टीम शुक्रवार को उसके गांव पहुंचीं।
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एटीएस ने संदिग्ध आतंकी को किया गिरफ्तार
इस दौरान घर में मौजूद परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई। घर में अहमद रजा की मां गुड्डो और दो बहने मिली। आरोपित के स्वजन लगातार बेटे को बेदखल करने की जानकारी दे रहे हैं। गुरुवार को पूछताछ के बाद एटीएस ने संदिग्ध आतंकी अहमद रजा उर्फ शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया था। प्राथमिकी जांच में पता चला कि आरोपित पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में कमांडो ट्रेनिंग लेकर भारत में आतंकी वारदात को अंजाम देना चाहता था। घर में केवल महिलाएं, पिता भी गायब
संदिग्ध आतंकी अहमद रजा का पिता फिरासत मूंढापांडे थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ थाने में लगभग 16 प्राथमिकी दर्ज है। पुलिस ने साल 1991 में उसकी लूट के मामले में हिस्ट्रीशीट खोली थी। आरोपित आतंकी का दादा लगभग 25 साल तक मिलक गुलड़िया का प्रधान रह चुका है। जबकि पिता प्रधानी का चुनाव हार चुका है।
परिवार के अनुसार बीते आठ सालों से अहमद रजा बाहर रहता था। करीब ढाई माह पहले वह घर आ गया था। इसके बाद वह गुमसुम रहता था। परिवार को पत्नी और बच्चों के बारे में कोई जानकारी नहीं देता था। घटना के बाद से उसका पिता गायब है। जबकि घर में मां और दो बहने हैं।
पुलिस ग्रामीण अपराध रजिस्टर में दर्ज किया नाम
मूंढापांडे थाना प्रभारी दीपक मलिक ने बताया कि संदिग्ध आतंकी अहमद रजा का थाने में कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं हैं। मामले की जानकारी के बाद लखनऊ एटीएस थाने से एफआइआर की कापी मांगी जाएगी। इसी एफआइआर के आधार पर थाने के ग्रामीण अपराध रजिस्टर में उसके नाम को दर्ज किया जाएगा। मामले की जानकारी के बाद उसके परिवार की निगरानी की जा रही है।
मूंढापांडे थाना प्रभारी दीपक मलिक ने बताया कि संदिग्ध आतंकी अहमद रजा का थाने में कोई अपराधिक रिकार्ड नहीं हैं। मामले की जानकारी के बाद लखनऊ एटीएस थाने से एफआइआर की कापी मांगी जाएगी। इसी एफआइआर के आधार पर थाने के ग्रामीण अपराध रजिस्टर में उसके नाम को दर्ज किया जाएगा। मामले की जानकारी के बाद उसके परिवार की निगरानी की जा रही है।
पुलिस अफसरों को नहीं लगी भनक
संदिग्ध आतंकी अहमद रजा की गतिविधियों के बारे में स्थानीय खुफिया एजेंसियों के साथ ही पुलिस अफसरों को भी इसकी भनक नहीं लगी। एटीएस के द्वारा जब आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया, इसके बाद पुलिस अधिकारियों को इस मामले की जानकारी मिली। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि खुफिया एजेंसी अपने स्तर से कार्य करती हैं। गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी जाती है।
संदिग्ध आतंकी अहमद रजा की गतिविधियों के बारे में स्थानीय खुफिया एजेंसियों के साथ ही पुलिस अफसरों को भी इसकी भनक नहीं लगी। एटीएस के द्वारा जब आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया, इसके बाद पुलिस अधिकारियों को इस मामले की जानकारी मिली। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि खुफिया एजेंसी अपने स्तर से कार्य करती हैं। गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी जाती है।