सर्किट हाउस सभागार में सोमवार को जनपद के प्रभारी मंत्री अनिल कुमार विकास कार्यों की समीक्षा रहे थे। इस दौरान नगर विधायक रितेश गुप्ता ने कई मुद्दे उठाए। इसमें आवास विकास परिषद के अधिकारियों के मनमाने रवैये की शिकायत भी की गई।
नक्शा पास कराने में लोगों को हो रही परेशानी का मुद्दा उठाया तो आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता नीरज राजपूत अपना पक्ष रखने के बजाय जवाब देने लगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों पर ही आरोप लगा दिए।
भरी बैठक में जनप्रतिनिधियों से कहने लगे कि गलत बात बर्दाश्त नहीं होगी। जब अधिशासी अभियंता बहस करने लगे तो एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, गोपाल अंजान और जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शैफाली सिंह ने भी विभाग में चल रहे मनमाने रवैये को लेकर शिकायत रखी। इस बात को लेकर दोनों ओर से गहमागहमी हो गई। बैठक में हंगामा होने लगा।
जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप कर अधिशासी अभियंता को शांत कराने का प्रयास किया, तो उनकी बात को भी काट दिया। तब जिलाधिकारी ने सभी फाइल लेकर उन्हें मंगलवार को अपने कार्यालय में तलब किया। इस बीच प्रभारी मंत्री ने भी एक्सईएन को व्यवहार सुधारने की चेतावनी दी। मंगलवार को जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिलाधिकारी ने भी शासन से शिकायत की। देर शाम एक्सईएन के स्थानांतरण का आदेश जारी कर दिया गया। उन्हें तत्काल प्रभाव से कानपुर ज्वाइन करने का आदेश दिया गया है।