हंगामे की सूचना पर थोड़ी देर में ही भारी पुलिस बल गांव में पहुंच गया। पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया, जिसके बाद मंदिरों में जलाभिषेक हो सका। घटना के बाद गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। इस मामले में दरोगा की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर बिलारी पुलिस ने 32 नामजद सहित 20 अज्ञात पर जानलेवा हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। चार आरोपी हिरासत में भी लिए गए हैं।
बता दें कि थाना बिलारी के सीमांत गांव नौसना से शिवशुपाल सिंह, कुंवरपाल सिंह उर्फ भगतजी आदि के नेतृत्व में गांव के बड़ी संख्या में लोग कांवड़ लेने गए थे। गुरुवार को कांवड़ियों का जत्था हरिद्वार से जल लेकर लौटा था। सभी को नौसना के शिव मंदिर में जलाभिषेक करना था। गुरुवार को ही रात करीब आठ बजे कांवड़ियों का जत्था डीजे के साथ मंदिर की ओर जा रहा था। दरोगा रवि प्रकाश व शांतनु जावला भी सुरक्षा के मद्देनजर कांवड़ जत्थे के साथ चल रहे थे। जब कांवड़ जत्था बस्ती से दूसरे समुदाय के धर्मस्थल के सामने से गुजरा तो उन्होंने डीजे बजाने का विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि गांव में नई परंपरा डाली जा रही है। पुलिस ने दूसरे पक्ष को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने और विवाद बढ़ गया।
विवाद बढ़ने पर कांवड़ यात्री अपनी कांवड़ लेकर वहीं बैठ गए। बताया जा रहा कि उसी दौरान अचानक दूसरे समुदाय के लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। दरोगा रवि प्रकाश ने तुरंत कोतवाली को सूचना दी। थोड़ी देर में ही बिलारी एसएचओ रवींद्र प्रताप सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पथराव में घायल हुए पांच कांवड़ियों और पुलिसकर्मियों को पास के अस्पताल में भेजकर इलाज कराया।
पुलिस ने रात में ही छापेमारी कर चार लोगों को हिरासत में लिया है। सूचना पर देर रात एसडीएम विनय कुमार सिंह और सीओ राजेश कुमार तिवारी भी मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने किसी तरह कांवड़ियों को समझाबुझा कर उन्हें आगे शिवमंदिर की ओर रवाना किया। जिसके बाद शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच जलाभिषेक हुआ। गांव में तनाव को देखते हुए वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
एसपी देहात संदीप कुमार मीणा ने बताया कि कांवड़िये और पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल थे, उनका इलाज करा दिया गया है। इस मामले में एसआई रवि प्रकाश की ओर से 32 नामजद और बीस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमला, हिंसा करना, सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।